देश में जितनी मजबूती से कांग्रेस ने सत्ता पर काबिज होकर राज किया था ,उसी तरीके से धीरे धीरे हर प्रदेश से सत्ता कांग्रेस के हाथों से निकलते जा रही है, या यूं कहें तो अब कांग्रेस हर जगह से खत्म होने के कगार पर आ गई है ,कुछ राज्यों को अगर छोड दें ,तो कांग्रेस का खस्ताहाल देश के विपक्ष को खत्म होने जैसा है ,जहां सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा को चुनौती देने वाली कोई भी पार्टी अभी नहीं है, कांग्रेस ने सोमवार को एलान किया कि वह असम विधानसभा चुनाव-2021 में पांच दलों से गठबंधन कर मैदान में उतरेगी। जबकि केरल चुनाव के लिए पार्टी ने ओम्मन चांडी के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई है।
असम चुनाव में जीत के मकसद से कांग्रेस ने ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट, भाकपा, माकपा, भाकपा माले व आंचलिक गण मोर्चा के साथ सीटों का तालमेल करने का फैसला किया है। बता दें, पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के निधन के बाद असम कांग्रेस के नेताओं में मतभेद गहरा रहे हैं।
केरल चुनाव के लिए कांग्रेस ने प्रदेश कांग्रेस की चुनाव प्रबंधन व रणनीति कमेटी बनाई है। इसका प्रमुख ओम्मन चांडी को नियुक्त किया गया है।
असम में राजनीतिक दलों ने मंगलवार को चुनाव आयोग से राज्य विधानसभा चुनाव तीन चरणों में कराने का अनुरोध किया है। साथ ही उन्होंने अप्रैल में होने वाले ‘रोंगाली बिहु’ त्योहार से पहले यह चुनाव संपन्न कराने की भी अपील की। राज्य के तीन दिवसीय दौर पर आई चुनाव आयोग की पूर्ण पीठ ने गुवाहाटी के एक होटल में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की। भाजपा नेता जयंत मल्ला बरुआ ने बताया कि सत्तारूढ़ दल ने आयोग से बिहु त्योहार से पहले तीन चरणों में विधानसभा चुनाव आयोजित कराने का अनुरोध किया।
इसी तरह, एआईयूडीएफ, एजीपी और माकपा ने भी बिहु से पहले दो या तीन चरणों में चुनाव कराने का अनुरोध किया ताकि राज्य के लोग इस प्रमुख त्योहार को आराम से मना सकें। हालांकि, कांग्रेस के प्रदेश पदाधिकारी निरेन बोराह ने कहा कि पार्टी ने चुनाव आयोग से बिहु के बाद चुनाव आयोजित कराने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि चुनाव की तारीखों के संबंध में निर्णय लेना आयोग का विशेषाधिकार है। साथ ही कहा कि कांग्रेस तीन चरणों में चुनाव कराने के पक्ष में है। बोराह ने कहा कि पार्टी ने आयोग से मतदान और मतगणना के बीच कम दिनों का अंतर रखने के साथ ही मतगणना केद्रों में पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी लगवाने का भी आग्रह किया। साथ ही दूरदराज एवं संवेदनशील इलाकों में पर्याप्त संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की भी अपील की।