नए कृषि कानून पर किसानों की बगावत खुलकर सामने आने लगी है ! जहां किसान पीछे हटने को राजी नहीं वही सरकार भी अपने कानून को खत्म करने पर तैयार नहीं है , आरोप है कि जगह-जगह पंजाब में रिलायंस के टावर नुकसान पहुंचाया जा रहा है ! जानकारी के मुताबिक अब तक पंजाब में 1500 से ज्यादा मोबाइल टावर को तोड़ दिया गया है !इससे भी पहले रिलायंस पेट्रोल पंप रिलायंस रिटेल पर किसानों ने अपना गुस्सा उतारा है और नुकसान पहुंचाया है! कई मोबाइल टावरों की बिजली काट दी गई तो कई जगह तार के बंडल जला दिए गए हैं.
आरोप है कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान और उनके सहयोगी मोबाइल टावरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. इससे पहले किसानों पर रिलायंस पेट्रोल पंप, रिलायंस रिटेल पर अपना गुस्सा उतारने का आरोप लगा था.
पिछले कुछ दिनों में पंजाब में मोबाइल टावर की पावर काटने, बिजली के तार काटने की घटनाएं सामने आ रही हैं. किसानों के बीच धारणा है कि नए कृषि कानूनों का सबसे ज्यादा फायदा उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडाणी की फर्मों को होगा, इसलिए किसान इन कंपनियों के संसाधनों पर ही अपना गुस्सा निकाल रहे हैं. पीटीआई के मुताबिक एक सूत्र ने बताया कि शनिवार तक 1411 मोबाइल टावरों को नुकसान पहुंचाया गया था सोमवार को ये आंकड़ा 1500 से पार हो गया है.
जालंधर में जियो की तारों का जला दिया गया था. राज्य में जियो के 9000 मोबाइल टावर हैं. ज्यादातर टावरों की पावर सप्लाई बंद की जा रही है. एक स्थान पर तो कुछ लोग मोबाइल टावर के लिए लगे जेनेरेटर को भी खींच कर ले गए. सरकारी सूत्रों ने इंडिया टुडे टीवी को बताया कि अबतक 433 मोबाइल टावरों की मरम्मत भी कर दी गई है, लेकिन बात तब बिगड़ी जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने टावर की देख-रेख करने वाले कर्मचारियों को बुरे नतीजों की धमकी दी.
आंकड़े दिखाते हैं कि तीन दिन में क्षतिग्रस्त मोबाइल टावरों की संख्या दोगुनी हो गई. 25 दिसंबर को क्षतिग्रस्त टावरों की संख्या 700 थी, अब ये संख्या बढ़कर 1504 हो गई है.