सियासत के खेल के धुरंधर भाजपा ने टीआरएस और ओवैसी के गढ़ में एक जबरदस्त पटखनी देते हुए ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव में जीत का परचम लहरा कर सबको चौंका दिया है हालांकि जीत टीआरएस की हुई पर एक अच्छा अंतर और शानदार बढ़त के साथ भाजपा अपना परचम लहराने में कामयाब रहे यह दूर तक नहीं सोचा जा सकता था कि 46 सीटों पर भाजपा जीत दर्ज कर सकती है महज 4 सीट पर जमानत जप्त कर आने वाली भाजपा इस चुनाव में 46 सीटें जीत कर सबको चौंका दी है अगर जानकारों की माने तो भाजपा की यह जीत हैदराबाद का किला जीतने के समान है!GHMC चुनाव में सत्तारूढ़ टीआरएस के खाते में 56 सीटें गई हैं। जबकि ओवैसी की पार्टी AIMIM ने 43 सीटों पर कब्जा जमाया है।ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव के प्रचार के दौरान बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी थी। इस असर चुनाव परिणाम में साफ दिख रहा है। वहीं बीजेपी के इस दमदार प्रदर्शन ने विपक्षी पार्टियों की चेहरे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। पिछले चुनाव 2016 में टीआरएस ने 99 और असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की पार्टी AIMIM ने 44 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस के खाते में सिर्फ 2 वार्ड आए थे। इस बार के चुनाव में टीआरएस को बड़ा झटका लगा है।शुक्रवार को मतगणना की शुरुआत से ही बीजेपी को खुशखबरी मिलने लगी थी। सुबह जब पोस्टल बैलेट की गिनती हो रही थी तो बीजेपी ने सबको चौंका दिया था। पोस्टल बैलेट की गिनती के वक्त तो जो ट्रेंड था उसके मुताबिक, बीजेपी पहले नंबर पर थी। बीजेपी को 87, टीआरएस को 33 और AIMIM को 17 सीटों पर बढ़त थी।इस बार चुनाव प्रचार के दौरान सभी दलों ने एड़ी चोटी का जोर लगाया था
लेकिन ओवैसी के गढ़ में पैर जमाने के लिए बीजेपी ने पहली बार किसी नगर निगम चुनाव में किसी बड़े चुनाव की तरह सारी ताकत लगा दी। शाह, नड्डा और योगी समेत सभी बडे़ नेताओं ने प्रचार किया।हैदराबाद के इलाके में विधानसभा की 24 सीटें आती हैं जबकि 5 लोकसभा सीट है। बीजेपी को यहां दक्षिण के किले में बड़ी उम्मीद जीत रही है। 82 लाख की आबादी वाला यह क्षेत्र तेलंगाना में बीजेपी की भविष्य की रणनीति का हिस्सा है। फिलहाल तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों में बीजेपी के पास महज 2 सीट है जबकि 17 लोकसभा सीटों में से उसके 4 सांसद हैं।