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बंगाल मे ममता सरकार का अंत करीब है
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बंगाल मे बीजेपी ममता के सत्ता मे सेंध लगाने की तैयारी में
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केन्द्र की बहुत सारी योजनाओं को रोकने का काम किया है
आगामी बंगाल चुनाव के मद्देनजर बीजेपी पुरजोर तरीके से बंगाल मे अपनी उपस्थित दर्ज कर ममता की कुर्सी खाली कराने पर लग गयी है, लगातार बीजेपी के बडे़ नेताओं के दौरे जारी है! कुछ दिनो पहले प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद शाह की इंट्री बंगाल की राजनीति को गर्म कर रही है! चूकी पश्चिम बंगाल की सियासत हमेशा से ही रक्त रंजिश रही है कोई भी चुनाव हो वहाँ खुन खराबे होते ही है ममता को उकसा कर बिजेपी अपना काम निकालना चाहती है क्योकी पश्चिम बंगाल ममता का गढ है वहां टीएमसी बहुत मजबूत स्थित मे है लेकीन कुछ समय से भाजपा वहां सेंध लगा कर बंगाल को अस्थिर कर चुकी है, इसी क्रम मे जब आज शाह बंगाल पहुचें ममता पर हमलावर होकर बोलें – ममता सरकार का अंत करीब आ गया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को एक मौका बंगाल में दीजिए, हम आने वाले दिनों में यहां पर शोनार बांग्ला की रचना करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भरसक प्रयास करेंगे.
अमित शाह ने कहा कि बंगाल में एक ओर ममता सरकार को लेकर भयंकर गुस्सा दिखाई पड़ता है और दूसरी ओर नरेंद्र मोदी के प्रति आशा और श्रद्धा दिखाई पड़ती है. बंगाल में केंद्र सरकार की तरफ से भेजा गया पैसा बंगाल के लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है. बंगाल के युवाओं को नौकरी, बंगाल के गरीबों को गरीबी से बाहर निकालने के लिए ममता सरकार को उखाड़कर फेंक दीजिए. उन्होंने बंगाल के लोगों सो बीजेपी को एक मौका देने की बात कही.
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि ममता सरकार जानबूझकर केंद्र की योजनाओं को रोक रही हैं. बंगाल में किसानों को छह हजार रुपये नहीं मिल रहे हैं और गरीब को इलाज के लिए 5 लाख रुपये की सुविधा नहीं दी जा रही है. भारत सरकार की 80 से ज्यादा योजनाएं, जो गरीब, दलित, आदिवासी और पिछड़ों के लिए हैं, उसको ममता सरकार रोक कर बैठी है. मैं ममता दीदी को बताना चाहता हूं कि अगर आपके मन में ये बात है कि आप इन योजनाओं को रोक कर बीजेपी को रोक लेंगी तो ये आपकी गलतफहमी है.!
अमित शाह ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान और गरीबों के लिए जो पैसा भेजा है, वो उन तक पहुंचने दीजिए. बंगाल के लोगों तक स्वास्थ्य की सेवाएं पहुंचने दीजिए, शौचालय पहुंचने दीजिए, उनका घर उन तक पहुंचने दीजिए तो शायद लोग थोड़ा बहुत आपके लिए भी सोचेंगे.
उन्होंने ममता सरकार पर बीजेपी कार्यकर्ताओं का दमन करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिस प्रकार से खास तौर से बीजेपी कार्यकर्ताओं पर दमन का चक्र ममता सरकार ने चलाया है, मैं निश्चित रूप से देख रहा हूं ममता सरकार के जाने का वक्त आ गया है. आने वाले दिनों में यहां भारतीय जनता पार्टी की दो तिहाई बहुमत के साथ सरकार बनने जा रही है. उन्होंने कहा, ‘मैं यहां बंगाल के लोगों से अपील कर रहा हूं कि इसकी सीमावर्ती राज्य और देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने और अपने युवाओं को रोजगार का आश्वासन देने के लिए, आपको ममता सरकार को बीजेपी सरकार से बदलने की जरूरत है. हम फिर से ‘शोनार बांग्ला’ बनाएंगे’.
बता दें कि 2011 के विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी ने तीन दशक से पश्चिम बंगाल की सत्ता में काबिज लेफ्ट का सफाया कर दिया था. इस बीच बीजेपी धीरे-धीरे अपने संगठन को मजबूत बनाने में जुटी रही. 2016 के विधानसभा चुनाव में भी कुछ खास गुल खिला न पाने वाली बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कुल 42 में से 18 सीटें जीतकर चौंका दिया था. वहीं ममता बनर्जी की टीएमसी को बीजेपी से सिर्फ चार ज्यादा यानी 22 सीट मिलीं थी. हालांकि, 2014 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी को कुल 42 में से 34 लोकसभा सीटें जीती थी.
2019 के लोकसभा चुनाव में सफलता मिलने के बाद से बीजेपी को भी लगने लगा कि और अधिक मेहनत करने पर 2021 में ममता बनर्जी को उसी तरह से सत्ता से बाहर किया जा सकता है, जिस तरह से कभी 2011 में ममता बनर्जी ने लेफ्ट को किया था. राज्य में लेफ्ट और कांग्रेस को पीछे छोड़कर बीजेपी अब निर्विवाद रूप से नंबर दो की पार्टी बन चुकी है. वहीं, अब बीजेपी की नजर राज्य में नंबर वन पार्टी बनने का है. इसी कवायद में अमित शाह बंगाल के दौरे पर पहुंचे हैं और देखना है कि उनकी मेहनत कितनी रंग लाती है. !