कांग्रेस में बदलाव की मांग तेज
ऊपर से नीचे तक बदलाव जरूरी
- कांग्रेस नेताओं ने पार्टी का जनाधार और युवाओं का कॉन्फिडेंस घटने पर चिंता जताई
- सलमान खुर्शीद बोले- राहुल को कार्यकर्ताओं को समर्थन, उनके अध्यक्ष होने या न होने से फर्क नहीं पड़ता
- कांग्रेस में युवा नेताओं के बागी तेवरों के बीच पार्टी में बदलाव की मांग तेज हो गई है। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस के 23 नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर ऊपर से नीचे तक बदलाव करने की मांग की है। चिट्ठी लिखने वालों में 5 पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य, सांसद और कई पूर्व केंद्रीय मंत्री शामिल हैं। इस मुद्दे के बीच सोमवार सुबह 11 बजे कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग रखी गई है।
चिट्ठी में क्या है?
इस बात का जिक्र है कि भाजपा लगातार आगे बढ़ रही है, पिछले चुनावों में युवाओं ने डटकर नरेंद्र मोदी को वोट दिए। कांग्रेस का बेस कम होने और युवाओं का आत्मविश्वास टूटने को लेकर गंभीर चिंता जताई गई है। बताया जा रहा है कि करीब 15 दिन पहले भेजी गई इस चिट्ठी में बदलाव का ऐसा एजेंडा दिया गया है, जिसकी बातें मौजूदा लीडरशिप को चुभ सकती हैं।इन 3 मांगों का जिक्र
1. लीडरशिप फुल टाइम (पूर्णकालिक) और प्रभावी हो, जो कि फील्ड में एक्टिव रहे। उसका असर भी दिखे।
2. कांग्रेस वर्किंग कमेटी के चुनाव करवाए जाएं।
3. इंस्टीट्यूशनल लीडरशिप मैकेनिज्म तुरंत बने, ताकि पार्टी में फिर से जोश भरने के लिए गाइडेंस मिल सके।23. दीक्षित
Advertisementअमरिंदर सिंह बोले- गांधी परिवार की लीडरशिप को चुनौती देना गलत
इस बीच पार्टी नेता सलमान खुर्शीद ने रविवार को कहा कि आंतरिक चुनावों की बजाय सबकी सहमति देखी जानी चाहिए। राहुल गांधी को कार्यकर्ताओं का पूरा समर्थन है। इससे फर्क नहीं पड़ता कि वे पार्टी अध्यक्ष हैं या नहीं। उधर, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी गांधी परिवार की लीडरशिप को चुनौती देने वाले नेताओं का विरोध किया है।कांग्रेस वर्किंग कमेटी की सोमवार को बैठक
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी का एक साल का कार्यकाल इसी महीने पूरा हो रहा है। पिछले साल राहुल के इस्तीफा देने के बाद सोनिया ने अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाली थी। सोमवार सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की मीटिंग होगी। इसमें लीडरशिप के मुद्दे पर चर्चा हो सकती हैबताया जा रहा है कि पार्टी का एक गुट राहुल गांधी को फिर से अध्यक्ष बनाना चाहता है। पार्टी ने भी 2 दिन पहले मीडिया ब्रीफिंग में कहा था कि देशभर के कार्यकर्ता राहुल को अध्यक्ष के तौर पर देखना चाहते हैं।