सुदीक्षा का गुनहगार कौन?
होनहार छात्रा सुदीक्षा भाटी की मौत के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. मंगलवार रात ही विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया और सुबह ही क्षेत्र की सभी बुलेट मोटरसाइकिल को थाने लाकर पड़ताल शुरू कर दी है.
होनहार छात्रा सुदीक्षा भाटी की मौत के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. मंगलवार रात ही विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया और सुबह ही क्षेत्र की सभी बुलेट मोटरसाइकिल को थाने लाकर पड़ताल शुरू कर दी है. गौरतलब है कि सुदीक्षा के पिता ने 2 अज्ञात बुलेट सवारों के खिलाफ केस दर्ज कराया है.
मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस एक्शन मोड में आ गई है. सीओ दीक्षा सिंह के निर्देशन में हो रही जांच में अभी तक थाना स्तर पर 16 बुलेट बाइक को थाने लाया गया है. इन बुलेट बाइक के मालिकों से पूछताछ की जा रही है. इसके साथ ही पुलिस ने केस से जुड़े और भी पहलुओं पर अपनी पड़ताल शुरू कर दी है.
सुदीक्षा के गुनहगारों की तलाश में पुलिस सभी बुलेट मालिकों से पूछ रही है कि वह घटना के समय कहां थे? उनके मोबाइल नंबर नोट किए जा रहे हैं और उनकी लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है. जैसा कि घटना के समय सुदीक्षा के चाचा और भाई ने बताया था कि बुलेट बाइक थी और उस पर कुछ (जाट) लिखा हुआ था. पुलिस अब उसी दिशा में काम कर रही है
हालांकि पुलिस का यह भी मानना है कि हो सकता नंबर प्लेट पर जो लिखा हुआ था, वह मिटा दिया गया हो इसीलिए पुलिस ने अब बाइक मालिकों को बुलाकर उनके मोबाइल नंबर लेकर और उनकी लोकेशन की जांच शुरू कर दी है. सीओ का कहना है कि मामले में सभी पहलू से जांच की जा रही है.
पुलिस ने IPC की धारा 279, 304 A, मोटर वाहन अधिनियम की धारा 177, 184, 192 के तहत मुकदमा दर्ज किया है. इस बीच सुदीक्षा के पिता जितेंद्र भाटी का आरोप है कि पुलिस ढंग से काम नहीं कर रही है. उल्टे उनसे पूछ रही है कि बाइक कौन चला रहा था.
क्या है मामला
गौतमबुद्ध नगर जिले की दादरी तहसील में रहने वाली सुदीक्षा भाटी, अमेरिका से छुट्टियां मनाने अपने घर आई हुई थी. वह अमेरिका लौटने से पहले अपने ननिहाल वालों से मिलना चाहती थी. वह अपने चाचा या भाई के साथ बाइक पर दादरी से बुलंदशहर अपने मामा के घर जा रही थी.
बुलंदशहर के करीब वो सड़क हादसे का शिकार हो गई. आरोप है कि बुलेट सवार मनचलों ने सुदीक्षा भाटी का पीछा किया था. मनचलों से बचने की कोशिश के दौरान ही सुदीक्षा हादसे का शिकार हो गई थी और उसकी मौत हो गई थी. सुदीक्षा की मौत के बाद बुलंदशहर पुलिस सवालों के घेरे में आ गई थी.