हर दिन साइबर ठगी के नए-नए मामले सामने आ रहें हैं, जिसमें साइबर अपराधी अलग-अलग फर्जी वेबसाइट और डिजिटल पैतरों से लोगों के साथ ठगी करते हैं. साइबर अपराधी हर दिन लाखों रूपए तक ही ठगी कर लोगों को अपने जाल में फसा लेते हैं. ऐसे ही अभी जयपुर में कई लोगों को भारतीय डाक के नाम से फर्जी एसएमएस और लिंक भेजकर ठगी के मामले सामने आए हैं. साइबर ठग लोगों के मोबाइल नंबर पर फर्जी लिंक और ई-मेल के माध्यम से ठगी कर रहें हैं.
भारतीय डाक के नाम से हो रहे ठगी के मामलो को लेकर जयपुर पुलिस ने भी एडवाइजरी जारी की है. लोग भारतीय डाक से संबंधित जानकारी के लिए अधिकृत वेबसाइट का उपयोग करें और अंजान लिंक पर क्लिक न करें. पुलिस की जानकारी के मुताबिक, साइबर ठग भारतीय डाक की फर्जी वेबसाइट बनाकर कई लोगों से ऑनलाइन ठगी कर चुके हैं. लोगों के नंबरों पर साइबर ठग इंडिया पोस्ट के नाम से एक एसएमएस भेजते हैं, जिस पर क्लिक करते ही लोगों के अकाउंट से पैसे कट जाते हैं.
भारतीय डाक के नाम पर इस प्रकार करते हैं ठगी
आपको बता दें कि पुलिस की जानकारी के मुताबिक, साइबर अपराधी लोगों के नंबरों पर साइबर ठग इंडिया पोस्ट के नाम से एक एसएमएस भेजते हैं, जिसमें लिखते हैं कि आपका पार्सल डिलीवर नहीं हो पाया है, क्योंकि आपका पता गलत है, जिसके बाद वे फर्जी मोबाइल नंबर एवं ईमेल द्वारा एक लिंक भेजते हैं, इसके बाद अपना पता अपडेट करने की कहकर भेजे गए लिंक पर क्लिक करने को कहते हैं. लिंक क्लिक करते ही लोगों के खाते से रुपए अज्ञात खाते में ट्रांसफर हो जाते हैं.
साइबर ठग लोगों के मोबाइल पर मैसेज और ई-मेल के अलावा फोन करके पार्सल डिलीवर के लिए मदद के बहाने नाम, पता, फोन नंबर और बैंक विवरण इत्यादि निजी जानकारी मांगते हैं. लोगों को इस पूरे मामले में कुछ समझ आए, तब तक लोगों के अकाउंट से साइबर अपराधी मिनटों में पैसे उड़ा लेते हैं. इस प्रकार के मामलों को लेकर लोकल-18 ने लोगों से बात की, तो कुछ ठगी का शिकार हुए लोग बताते हैं कि उनके पास ऐसे कई फोन आए हैं, जिनमें उनसे पार्सल डिलिवरी को लेकर जानकारी मांगी गई और कुछ ही मिनटों में उनके अकाउंट से पैसों की कटौती हो गई. इसके बाद उन्होंने साइबर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई