मुंगेर: वाराणसी की तर्ज पर मुंगेर में एक बार फिर गंगा आरती का भव्य आयोजन शुरू होने जा रहा है, जिससे स्थानीय लोग शाम के समय इस आरती का आनंद उठा सकेंगे. इससे पहले भी मुंगेर के कष्टहरणी घाट पर हर शनिवार और रविवार को शाम 5 से 6 बजे तक गंगा आरती का आयोजन किया जाता था, जिसमें जिलाधिकारी स्वयं उपस्थित रहते थे.
मुंगेरवासियों के लिए खुशखबरी, फिर से शुरू होगी गंगा आरती
मुंगेर के पीठाधीश्वर श्री देवनायक दास ने बताया कि यह मुंगेरवासियों के लिए एक शुभ समाचार है कि कष्टहरणी घाट पर एक बार फिर गंगा आरती शुरू होगी. इस संबंध में जिलाधिकारी से चर्चा की गई है, जिन्होंने इसे जल्द प्रारंभ करने का आश्वासन दिया है.
पहले भी हो चुकी है 300 से अधिक गंगा आरतियां, बढ़ती लागत के कारण हुई थी बंद
कष्टहरणी घाट पर 2012 में गंगा आरती की शुरुआत हुई थी और लगभग 10 वर्षों तक इसका आयोजन होता रहा. हालांकि, इसमें लगने वाली सामग्री और अन्य खर्चों में वृद्धि होने के कारण इसे बंद करना पड़ा था, क्योंकि बिहार सरकार द्वारा समय पर आवश्यक फंड नहीं मिल रहे थे. श्री देवनायक दास ने बताया कि पहले होने वाली गंगा आरती में सैकड़ों लोग शामिल होते थे, लेकिन सरकारी सहायता की कमी के कारण इसे जारी रखना कठिन हो गया था.
कष्टहरणी घाट के महंत देवनायक दास ने बताया कि जिलाधिकारी से हुई बातचीत में गंगा आरती को पुनः शुरू करने और पिछले बकाया के भुगतान का आश्वासन मिला है. उन्होंने कहा कि भुगतान की प्रक्रिया जल्द पूरी की जाएगी, जिसके बाद मुंगेरवासियों को एक बार फिर कष्टहरणी घाट पर भव्य गंगा आरती का नजारा देखने को मिलेगा. मुंगेर में इस गंगा आरती के पुनः शुरू होने से न केवल धार्मिक वातावरण का विकास होगा, बल्कि यह स्थानीय संस्कृति को भी सशक्त बनाएगी.