प्रयागराज. महाकुंभ में हर रोज करोड़ों लोग की भीड़ जुट रही है. 144 साल बाद आए इस पूर्ण महाकुंभ के दौरान सभी श्रद्धालु पवित्र संगम में डुबकी लगाना चाहते हैं. लेकिन कुंभ पहुंचने वालों को यहां कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें सबसे अहम हैं संगम तक पहुंचना. इसीलिए हम आपको आज प्रयागराज जंक्शन से संगम तक पहुंचने का आसान रूट बता रहे हैं.
अगर आप प्रयागराज के महाकुंभ आ रहे हैं तो आपके पास यहां तक पहुंचने के चार विकल्प हैं. ट्रेन, बस, कार और चौथा हवाई सफर… लेकिन इसमें भी ट्रेन का सफर सबसे आरामदायक और सुगम है. हालांकि, यहां भी एक परेशानी है. ट्रेन से आने वाले श्रद्धालुओं को ये नहीं समझ आता है कि स्टेशन पर उतरने के बाद उन्हें कहां और कैसे जाना है?
ये खबर इसलिए जरूरी है क्योंकि महाकुंभ आने वाले लोगों के मन में कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. आपको बताएंगे कि ट्रेन से सफर के बाद आपको क्या लोकल सवारी मिलेगी और कितना पैदल जाना होगा
प्रयागराज जंक्शन से बाहर निकलने के बाद पहला ऑप्शन पैदल चलने का है. यहां कुछ लोगों ने बताया कि संगम तक पहुंचने के लिए 8 किलोमीटर चलना होगा. कुछ ने कहा कि चाहे जितना चलना पड़े चलेंगे. इसी दौरान एक अन्य शख्स ने कहा कि पैदल चलने की आदत है, तो हमें दिक्कत नहीं.
प्रयागराज जंक्शन से 200 मीटर पैदल चलने पर ई रिक्शा का विकल्प है. लेकिन ये आपको सिर्फ सिविल लाइंस (सुभाष चौराहा) तक ले जाएगी. जंक्शन से सिविल लाइंस की दूरी 2 किलोमीटर है. इसके बाद सिविल लाइंस से लगभग 7 से 8 किलोमीटर पैदल चलना पड़ सकता है. उसके लिए दिमागी रूप से तैयार होकर आना पड़ेगा.
मेला प्रशासन ने मौनी अमावस्या पर करोड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ आने की संभावना को देखते हुए मेला क्षेत्र को ‘नो व्हीकल’ (वाहन निषेध) जोन घोषित कर दिया है और वीआईपी, पुलिस प्रशासन, दमकल और एंबुलेंस की गाड़ियों को छोड़कर किसी भी वाहन को मेला क्षेत्र में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है. वहीं, जिले से बाहर की गाड़ियों को प्रयागराज की सीमा पर ही रोक दिया गया है जिससे श्रद्धालुओं को पैदल चलकर मेला क्षेत्र में आना पड़ रहा है.