तेजस्वी यादव के कार्यक्रम को जदयू ने बताया फ्लॉप
पटना। बिहार में बेरोजगारी के खिलाफ सांकेतिक विरोध के तहत राजद और सहयोगी दलों ने बुधवार की रात 9 बजे 9 मिनट के लिए लालटेन, दीया, मोमबत्ती जलाया। इसी कड़ी में पटना में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर लालू परिवार ने भी लालटेन जलाया। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की इस मुहिम को उत्तर प्रदेश से लेकर सिंगापुर तक में सपोर्ट मिला। पटना में रात 9 बजे से पहले ही 10 सर्कुलर रोड स्थित लालू-राबड़ी आवास में लालू परिवार ने लालटेन जलाया।
तेजस्वी ने इस दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश जी कहते हैं कि बिहार के लोगों को अब लालटेन की जरूरत नहीं है, लेकिन सच तो ये है कि बिहार में अब तीर की जरूरत नहीं है क्योंकि जमाना मिसाइल का आ चुका है। ऐसे में तीर की भला क्या कोई जरूरत है? । आज तीर से कहां हमला होता है। तेजस्वी यादव लगातार नीतीश पर हमला बोलते रहे। वहीं नेता प्रतिपक्ष द्वारा बेरोजगारी के खिलाफ किए गए इस कार्यक्रम को फ्लॉप बताते हुए जदयू ने इसे नकलची बताया है।
बिहार के सूचना जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि राजद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम की नकल है। मोदी के कार्यक्रम में जहां 55 फिसदी बिजली की खपत में कमी आई थी। वहीं तेजस्वी के कार्यक्रम में सिर्फ एक फीसदी बिजली की कमी आई है। जदयू प्रवक्ता अजय आलोक ने तंज कसते हुए कहा कि गधा कभी घोड़ा नहीं बन सकता। तेजस्वी यादव नकल करने में माहिर है पर उन्हें नहीं पता कि नकल के लिए भी अकल की जरूरत होती है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार से बिहार के सारे लोग नाराज हैं। उन्होंने हाल ही में वर्चुअल रैली किया, जो पूरी तरह फेल साबित हुई। सोशल मीडिया में उनके रैली को लाइक से ज्यादा डिसलाइक मिला। बिहार के बेरोजगार युवक जब सरकार से इसके बारे में सवाल उठाते हैं तो उनकी पुलिस नौजवानों के ऊपर लाठी बरसाती है।