दिल्ली शराब नीति से जुड़े सीबीआई के मामले में बड़ा अपडेट आया है. आम आदमी पार्टी (आप) नेता मनीष सिसोदिया ने अपना वकील बदल लिया है. मंगलवार को जब उन्हें कोर्ट में पेश किया गया तो उन्होंने जज के सामने नया वकालतनामा दाखिल किया. वहीं राउज ऐवन्यू कोर्ट ने सीबीआई मामले में मनीष सिसोदिया की न्यायिक हिरासत अवधि बढ़ा दी है.
दिल्ली शराब नीति से जुड़े सीबीआई केस में मनीष सिसोदिया ने अपना वकील बदला लिया है. सिसोदिया की तरफ से वकील राजीव मोहन ने नया वकालतनामा दाखिल किया है. वहीं अदालत ने बचाव पक्ष के वकील द्वारा आरोपियों के खिलाफ आरोपों पर बहस शुरू करने के खिलाफ आपत्ति जताने वाले आवेदन पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया है. राउज ऐवन्यू कोर्ट मामले में 22 मार्च को फैसला सुनाएगा.
विशेष न्यायाधीश एमके नागपाल की अदालत ने जांच पूरी होने से पहले आरोपियों के खिलाफ आरोपों पर बहस शुरू करने के खिलाफ आपत्ति जताने वाले विभिन्न बचाव पक्ष के वकीलों द्वारा दायर एक आवेदन पर भी अपना आदेश सुरक्षित रख लिया। कोर्ट इस संबंध में 22 मार्च को आदेश सुनाएगी.
वकील राजीव मोहन अब मामले में सिसौदिया का प्रतिनिधित्व करेंगे। इससे पहले पूर्व डिप्टी सीएम का प्रतिनिधित्व वरिष्ठ अधिवक्ता मोहित माथुर ने किया
सिसोदिया पर अब खत्म हो चुकी दिल्ली की आबकारी नीति को तैयार करने, चुनिंदा शराब इकाइयों के फायदे के लिए इसमें बदलाव करने और राज्य के खजाने को कई सौ करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने में अतिरिक्त-प्रक्रियात्मक हस्तक्षेप का आरोप है।
उन्हें पहले पिछले साल फरवरी में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गिरफ्तार किया था और फिर मार्च 2023 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था। ईडी की चार्जशीट में, सिसोदिया को मामले में “प्रमुख साजिशकर्ता” नामित किया गया था।