इम्फाल. इम्फाल घाटी में दो युवकों की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन कर रही भीड़ पर मंगलवार को पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने के कुछ घंटे बाद मणिपुर सरकार ने अगले पांच दिनों के लिए इंटरनेट सेवाओं पर फिर से प्रतिबंध लगा दिया. इम्फाल घाटी में दो युवकों की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन कर रही भीड़ पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया, जिसमें 45 से अधिक छात्र घायल हो गए.
एक अधिसूचना में कहा गया, “मणिपुर सरकार ने राज्य के अधिकार क्षेत्र में वीपीएन के माध्यम से मोबाइल इंटरनेट डेटा सेवाओं, इंटरनेट/डेटा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से एक अक्टूबर, 2023 की शाम 7:45 बजे तक निलंबित करने का निर्णय लिया है.” मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति के कारण, राज्य सरकार ने एक अन्य अधिसूचना में घोषणा की कि सभी सरकारी और निजी स्कूल बुधवार और शुक्रवार को बंद रहेंगे. बृहस्पतिवार को पैगंबर मोहम्मद की जयंती ईद-ए-मिलाद के अवसर पर राज्य में सार्वजनिक अवकाश है.
पुलिस ने छात्रों पर किया लाठीचार्ज
इससे पहले, दो युवकों के शवों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के कुछ घंटों बाद इंफाल स्थित स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों ने विरोध रैलियां निकालीं और हत्या में शामिल लोगों की गिरफ्तारी की मांग की. प्रदर्शनकारियों की इंफाल पूर्वी जिले के संजेनथोंग के पास पुलिस के साथ झड़प हो गई जब सुरक्षाबलों ने उन्हें यहां मुख्यमंत्री सचिवालय की ओर बढ़ने से रोक दिया. पुलिस ने आंदोलनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज किया.
45 छात्र जख्मी
चिकित्सा सुविधाओं के अधिकारियों ने कहा कि पुलिस कार्रवाई में 45 से अधिक छात्र घायल हो गए और उन्हें इंफाल पूर्व और पश्चिम जिलों के विभिन्न निजी और सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. उनमें से 31 का इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है, 12 अन्य का दो सरकारी सुविधाओं में इलाज चल रहा है, जबकि दो अन्य को दूसरे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है
युवकों की हत्या में शामिल लोगों की गिरफ्तारी की मांग
लापता छात्रों के शवों की तस्वीरें सोमवार को सोशल मीडिया पर सामने आईं, जिसके बाद मणिपुर सरकार ने लोगों से संयम बरतने और अधिकारियों को दोनों के अपहरण और हत्या की जांच करने में सहयोग करने के लिए कहा. दोनों युवकों की पहचान फिजाम हेमजीत (20) और हिजाम लिनथोइनगांबी (17) के रूप में हुई. दोनों युवकों की हत्या में शामिल लोगों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर छात्रों ने इंफाल पश्चिम जिले के उरीपोक, ओल्ड लाम्बुलाने, सिंगजामेई में भी रैलियां निकालीं. थौबल, काकचिंग और बिष्णुपुर जिलों से छात्रों और सुरक्षाबलों के बीच इसी तरह की झड़प की सूचना मिली है.
सीबीआई को सौंपी गई जांच
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के सचिवालय द्वारा सोमवार देर रात जारी किये गए एक बयान में राज्य सरकार ने कहा कि जांच के लिए मामला केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दिया गया है. बयान में कहा गया है, “केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के सहयोग से राज्य की पुलिस छात्रों के लापता होने की परिस्थितियों का पता लगाने और उनकी हत्या करने वाले षड्यंत्रकारियों की पहचान करने के लिए जांच कर रही है. आरोपियों को पकड़ने के लिए सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान भी शुरू कर दिया है.”