भोपाल. देश – प्रदेश की सियासत में इन दिनों साधु संतों का खासा बोलबाला देखने को मिल रहा है. भले ही केंद्र और राज्य की सरकार फैमिली प्लानिंग को लेकर तमाम नियम कायदे कानून बना चुकी हो लेकिन हिंदुत्व खतरे में का हवाला देते हुए कुछ साधु संत हिंदुओं को ज्यादा संतान पैदा करने की सलाह दे रहे हैं. अब सुमेरु पीठ के शंकराचार्य नरेन्द्रानन्द सरस्वती ने कहा हिंदुओं को कम से कम 5 संतान पैदा करना चाहिए.
क्या बोले शंकराचार्य
शंकराचार्य नरेन्द्रानन्द सरस्वती का कहना है हिंदुत्व लगातार खतरे में होता जा रहा है. देश में 15 ऐसे राज्य हैं जहां हिंदू अल्पसंख्यक हो गया है. ऐसे में अब आवश्यक हो गया है हिंदू 5-5 संतान पैदा करें. उन्होंने कहा सनातन में कभी भी हम दो हमारे दो की परिकल्पना नहीं थी. यदि ऐसा होता तो राम लक्ष्मण के साथ भरत शत्रुघ्न नहीं होते. और श्री कृष्ण भगवान का जन्म ही इस पावन धरा पर नहीं हो पाता.
शंकराचार्य ने इस्लाम पर भी हमला बोला. कहा इस देश में इस्लाम और वक्फ बोर्ड की कोई जरूरत नहीं है. सनातन कल भी था आज भी है और आगे भी रहेगा. उन्होंने कहा जो लोग भी धर्मांतरण कराने में जुटे हैं ऐसे लोगों पर राजद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए और उनकी संपत्ति भी सरकार के अधीन होनी चाहिए.
बीजेपी ने किया किनारा
शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती के बयान के बाद अब सियासत भी शुरू हो गई है. हालांकि बीजेपी इस पर सधा हुआ बयान दे रही है. बीजेपी प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा का कहना है साधु संत यदि कोई बात कहते हैं तो उसके पीछे कोई न कोई कारण होता है. उन्होंने समाज में इस तरह की चीजें देखी होंगी इसलिए उन्होंने अपने प्रवचन में यह बात कही है. हालांकि यह उनके निजी विचार हैं. बीजेपी ना तो इसका विरोध करती है और ना ही उनके समर्थन में खड़ी है.
5 बच्चे पालेंगे कैसे
कांग्रेस ने शंकराचार्य के बयान के बहाने बीजेपी को घेरने की कोशिश की. कांग्रेस प्रवक्ता आनंद जाट का कहना है जिन सरकारों के राज में धर्मांतरण हो रहा है और हिंदू अल्पसंख्यक हो गया ऐसी सरकारों को बदलने का काम जनता को करना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा बढ़ती महंगाई में एक बच्चे को पालना बहुत मुश्किल है. ऐसे में 5 बच्चे कैसे पल पाएंगे. यदि सरकार महंगाई और बेरोजगारी को कम कर दे और 5 बच्चे पैदा करने का कानून देश में लागू कर दे तो इसमें कोई हर्ज नहीं होगा.