नई दिल्ली. दिल्ली सरकार (Delhi Government) के मंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) और सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) ने राज्य मंत्रिमंडल में अपने पदों से इस्तीफा दिया. वहीं, सीएम अरविंद केजरीवाल ( Chief Minister Arvind Kejriwal) ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. मनीष सिसोदिया के पास 18 मंत्रालय थे जो अब कैलाश गहलोत और राजकुमार आनंद को दिए जाएंगे. सतेंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद जैन के मंत्रालय भी मनीष सिसोदिया को सौंप दिए गए थे. सतेंद्र जैन जून 2022 से बिना किसी पोर्टफोलियो के मंत्री थे. सीबीआई ने 2021-22 की आबकारी नीति लागू करने में कथित भ्रष्टाचार को लेकर मनीष सिसोदिया को करीब आठ घंटे की पूछताछ के बाद रविवार शाम गिरफ्तार किया था
जांच एजेंसी का कहना है कि आबकारी नीति तैयार करने और कार्यान्वयन दोनों में अनियमितताएं थीं और उसका मकसद आम आदमी पार्टी से जुड़े लोगों को कथित तौर पर लाभ पहुंचाना था. आम आदमी पार्टी नेता मनीष सिसोदिया से इससे पहले 17 अक्टूबर 2022 को पूछताछ की गई थी. इसके एक महीने बाद, पिछले साल 25 नवंबर को सीबीआई ने अपना आरोपपत्र दाखिल किया था. सीबीआई ने आरोपपत्र में सिसोदिया को नामजद नहीं किया था क्योंकि केंद्रीय जांच एजेंसी ने उनके और अन्य संदिग्धों तथा आरोपियों के खिलाफ जांच खुली रखी थी.
सत्येंद्र जैन को ईडी ने किया था गिरफ्तार, हवाला लेने-देन संबंधी मामले में हैं आरोपी
सिसोदिया से पहले ‘आप’ के मंत्री सत्येंद्र जैन को ईडी ने पिछले साल मई में कथित हवाला लेन-देन से जुड़े धन शोधन के एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया था. 58 वर्षीय जैन से आबकारी नीति ‘घोटाला’ मामले में भी पूछताछ की गई है. मनीष सिसोदिया से पहले दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन को ईडी ने पिछले साल मई में गिरफ्तार कर लिया था. उन्हें कथित हवाला लेन-देन से जुड़े धन शोधन के एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया गया था. अब सत्येंद्र जैन से दिल्ली की आबकारी नीति ‘घोटाला’ मामले में भी पूछताछ की गई है.