नई दिल्ली: Who is Swara Bhasker Husband Fahad Ahmad:बॉलीवुड में अपनी बेबाकी के लिए पहचानी जाने वाली टैलेंटेड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर शादी के बंधन में बंध चुकी हैं. उन्होंने इसी साल 6 जनवरी को समाजवादी पार्टी के नेता फहाद अहमद (Fahad Ahmad) संग कोर्ट मैरेज की थी.
हाल ही में एक्ट्रेस ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वो अपनी और पति फहाद अहमद (Fahad Ahmad)की पूरी लव स्टोरी बताते हुए नजर आ रही हैं. सोशल मीडिया पर ऐसी अटकले लगाई जा रही हैं कि स्वार शादी के बहाने समाजवादी पार्टी में शामिल होंगी. आइए जानते हैं कि कौन हैं स्वरा भास्कर के पति फहाद अहमद. आखिर वह करते क्या हैं?
कौन हैं फहाद अहमद?
फहाद अहमद समाजवादी पार्टी की युवा इकाई के महाराष्ट्र और मुंबई के स्टेट प्रेसिडेंट हैं. फहाद ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) से पढ़ाई की है. उन्होंने एमफिल करने टाटा इंस्टीट्यूट आफ सोशल साइंस किया और फिर पीएचडी भी की. वह समाजवादी पार्टी के काफी पढ़े लिखे नेता में एक माने जाते हैं.
मालूम हो कि पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने राजनीति में कदम रखा था. साल 2017 में फहाद सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने छात्र संघ के महासचिव चुनाव में अपना जीत का परचम लहराया था. उन्होंने एक साल महासचिव पर काम सम्हाला. फहाद तब भी कंट्रोवी में आ गए थे जब उन्होंने टाटा इंस्टीट्यूट के दीक्षांत समारोह में इंस्टीट्यूट प्रेसिटेंट के एस. रामादुरई (S. Ramadorai) के हाथ से एमफिल की डिग्री लेने से मना कर दिया. इस घटना के बाद उन्होंने एससी-एसटी और ओबीसी स्टूडेंट्स की फीस बढ़ोतरी के खिलाफ प्रोटेस्ट कर खूब सुर्खियां बटोरी थीं. इस प्रोटेस्ट में उन्हें प्रकाश अंबेडकर जैसे नेताओं का भारी सपोर्ट मिला था.
कौन हैं फहाद अहमद?
फहाद अहमद समाजवादी पार्टी की युवा इकाई के महाराष्ट्र और मुंबई के स्टेट प्रेसिडेंट हैं. फहाद ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) से पढ़ाई की है. उन्होंने एमफिल करने टाटा इंस्टीट्यूट आफ सोशल साइंस किया और फिर पीएचडी भी की. वह समाजवादी पार्टी के काफी पढ़े लिखे नेता में एक माने जाते हैं.
मालूम हो कि पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने राजनीति में कदम रखा था. साल 2017 में फहाद सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने छात्र संघ के महासचिव चुनाव में अपना जीत का परचम लहराया था. उन्होंने एक साल महासचिव पर काम सम्हाला. फहाद तब भी कंट्रोवी में आ गए थे जब उन्होंने टाटा इंस्टीट्यूट के दीक्षांत समारोह में इंस्टीट्यूट प्रेसिटेंट के एस. रामादुरई (S. Ramadorai) के हाथ से एमफिल की डिग्री लेने से मना कर दिया. इस घटना के बाद उन्होंने एससी-एसटी और ओबीसी स्टूडेंट्स की फीस बढ़ोतरी के खिलाफ प्रोटेस्ट कर खूब सुर्खियां बटोरी थीं. इस प्रोटेस्ट में उन्हें प्रकाश अंबेडकर जैसे नेताओं का भारी सपोर्ट मिला था.