मेघालय में सत्तारूढ़ नेशनल सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के और विपक्षी तृणमूल कांग्रेस (TMC) को बड़ा झटका लगा। एनपीपी के दो और तृणमूल के विधायक ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। ये तीनों भाजपा में शामिल होंगे। ये पीएम नरेंद्र मोदी को रोल मॉडल मानते हैं।
तीनों विधायकों ने सोमवार को 11वीं विधानसभा के सदस्यों के तौर पर इस्तीफा दे दिया। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का फैसला किया है। ये विधायक हैं- एनपीपी के बेनेडिक्ट मारक और फैरलीन संगमा तथा टीएमसी के विधायक हिमालय मुक्तन शांगप्लियांग। तीनों ने सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष मेटबाह लिंगदोह से राज्य सचिवालय में मुलाकात की और उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया।
साझा सरकार में भाजपा है सहयोगी
मेघालय में मेघालय डेमोक्रेटिक अलायंस (MDA) की सरकार है। 60 सदस्यीय मेघालय विधानसभा में एनपीपी के 23 सहित गठबंधन के कुल 48 विधायक हैं। भाजपा अपने दो विधायकों के साथ राज्य में नेशनल पीपुल्स पार्टी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार की सहयोगी है। एनपीपी के साथ भाजपा के रिश्तों में कुछ दिनों से खटास आ रही है।
सत्तारूढ़ गठबंधन की नहीं की आलोचना
हालांकि, दलबदलने जा रहे तीनों नेताओं ने सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार पर उंगली उठाने से परहेज किया। शांगप्लियांग ने कहा कि समय आएगा जब हम चुनाव मैदान में जाएंगे और अपनी बातों को लोगों को बताएंगे। हम भाजपा में शामिल हो रहे हैं, क्योंकि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक रोल मॉडल के रूप में देखते हैं। पीएम मोदी चीजों को बदल सकते हैं। हमें लगता है और हमें विश्वास है कि मेघालय के लिए चीजें बदलेंगी।
भाजपा में शामिल होने का एलान करते हुए उन्होंने कहा कि हम तीनों राज्य में विकास के इरादे से बहुत जल्द भाजपा में शामिल होने की योजना बना रहे हैं। शांगप्लियांग ने कहा कि मेघालय को तेज विकास की जरूरत है। राज्य वित्तीय और कानून व्यवस्था के संकट समेत कई समस्याओं से जूझ रहा है।
फरवरी में पांचों कांग्रेस विधायक गठबंधन में शामिल हुए थे
इसके पहले इसी साल फरवरी में मेघालय कांग्रेस के पांचों विधायक भाजपा गठबंधन सरकार में शामिल हो गए थे। जबकि पिछले साल पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा सहित 12 विधायक कांग्रेस छोड़ तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इसके बाद मेघालय विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या पांच रह गई थी, जबकि शुरुआत में विपक्षी पार्टी के सदन में 17 सदस्य थे। कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) ने औपचारिक रूप से मुख्यमंत्री कॉनरॉड संगमा को समर्थन का पत्र दिया था। इसमें कहा गया था कि कांग्रेस के पांचों विधायकों ने एमडीए सरकार में आठ फरवरी 2022 को शामिल होने का फैसला किया है।