चंडीगढ़. रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) हमले के आरोप में मुंबई से गिरफ्तार मुख्य दोषी चड़त सिंह से पूछताछ के बाद उसके 2 साथियों को 1 एके-56 असॉल्ट राइफल के साथ पकड़ा गया है. गिरफ्तार किये गए व्यक्तियों की पहचान सैयद मोहम्मद तौसीफ चिश्ती उर्फ चिंकी निवासी अजमेर और सुनील कुमार उर्फ काला के तौर पर हुई है. डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने इस बात की पुष्टि की है कि आरोपी चड़त सिंह के खुलासे पर पुलिस टीमों ने 1 एके-56 सहित 100 कारतूस और एक .30 बोर की पिस्टल बरामद की है.
उन्होंने बताया कि चड़त सिंह की पूछताछ के बाद ही पुलिस टीमों ने राजस्थान के अजमेर से सैयद मोहम्मद तौसीफ चिश्ती उर्फ चिंकी को गिरफ्तार किया है. डीजीपी ने कहा कि जांच में सामने आया है कि आरोपी चिंकी पिछले 5-7 सालों से लखबीर लंडा के संपर्क में था. लंडा के निर्देशों पर चिंकी ने अजमेर में अल-खादिम नाम के एक गेस्ट हाउस में चड़त के लिए ठहरने का प्रबंध किया था. चड़त ने कबूला है कि लंडा ने चिंकी को करीब 3 से 4 लाख रुपये भेजे हैं. डीजीपी ने कहा कि चड़त के एक अन्य साथी जिसकी पहचान सुनील कुमार उर्फ काला के तौर पर हुई है, उसने चड़त सिंह को अमेरिका स्थित जगरूप सिंह उर्फ रूप के निर्देशों पर ठिकाने मुहैया करवाये थे. उसे रोपड़ से गिरफ्तार कर लिया गया है. श्री आनन्दपुर साहिब का रहने वाला जगरूप रूप लखबीर लंडा का करीबी माना जाता है