छपरा. गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार की महागठबंधन सरकार पर हमला बोला है. जेपी की जन्मस्थली सिताब दियारा पहुंचे अमित शाह ने शुरूआत में ही नीतीश कुमार और लालू यादव पर बड़ा हमला करते हुए लोगों से आग्रह किया कि भारत माता की जय का नारा इतना जोर से लगाईए कि जो आज जेपी के विरोधियों के साथ बैठे हैं उनके हृदय में कंपन हो जाए. अमित शाह ने कहा कि जेपी की मूर्ति लगाने का संकल्प प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिया था. जिन्होंने जेपी का नाम लेकर जेपी के सिद्धांतों के खिलाफ काम करने वाले लोगों के साथ हाथ मिला लिया, पांच बार पाला बदलने वालों को बहुत जल्द सत्ता से बाहर करना है.
अमित शाह ने कहा कि ऐसे लोगों को जनता सत्ता से बाहर करेगी. जेपी ने इंदिरा गांधी के पसीने छुड़ा दिए. संपूर्ण क्रांति का काम आज नरेंद्र मोदी ने किया है. जेपी आंदोलन के दो प्रोडक्ट हैं. बिहार में जो कांग्रेस की गोदी में सत्ता के लिए बैठे हैं, ये जेपी का बताया हुआ मार्ग नहीं है. शाह ने कहा कि आज सत्ता के लिए पाला बदलने वाले लोग मुख्यमंत्री बने हैं. लोगों को तय करना है कि जेपी की राह पर चलने वाली भाजपा चाहिए या जेपी की राह से भटकने वाले लोग चाहिए. अमित शाह ने कहा कि PM का प्रण आज पूरा हो रहा है. जयप्रकाश नारायण के काम को प्रणाम है. जेपी ने छात्रों के आंदोलन को नेतृत्व दिया, बापू के दिखाए रास्ते पर चले, इमरजेंसी के बाद गैर-कांग्रेसी सरकार बनवाई. आजादी के लिए जेपी ने लड़ाई लड़ी.
अमित शाह ने कहा कि देश की आजादी में जेपी का अहम योगदान है. 1942 के ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ में हजारीबाग की जेल जिसको न रोक सकी, उस जयप्रकाश को इंदिरा जी की यातना न रोक पाई. जब इमरजेंसी उठी तो जेपी जी ने पूरे विपक्ष को एक किया और देश में पहली गैर कांग्रेसी सरकार बनाने का काम जयप्रकाश नारायण जी ने किया. जब 70 के दशक में भ्रष्टाचार और सत्ता में चूर शासन के अधिकारियों ने देश में इमरजेंसी लगाया तब जयप्रकाश जी ने उसके खिलाफ बहुत बड़ा आंदोलन किया. लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी ने अपना पूरा जीवन भूमिहीनों के लिए, गरीबों, दलितों और पिछड़ों के लिए गुजारा है. उन्होंने समाजवाद की विचारधारा और जाति विहीन समाज की रचना की कल्पना लेकर अनेकों परिकल्पनाएं कीं.
अमित शाह ने कहा कि जेपी के सम्पूर्ण क्रांति को कांग्रेस ने असफल करने का काम किया लेकिन मोदी जी के नेतृत्व में जेपी के सम्पूर्ण क्रांति के नारे और किये वादे को पूरा करने का काम कर रही है. जेपी के आंदोलन में सभी दलों के छात्र एकजुट हुए थे लेकिन बिहार के नेता जी जेपी आंदोलन से उपजे हैं वो कांग्रेस की गोद मे जाकर बैठ गए हैं लेकिन सिद्धन्त वाले लोग आज कल 5 बार पाला बदलकर कांग्रेस के साथ हैं.