अयोध्या: भगवान राम की नगरी अयोध्या में पानी समस्या को लेकर भाजपा के पार्षद अपने ही पार्टी के खिलाफ धरने पर बैठ गए हैं. इतना ही नहीं जलकल के अधिशासी अभियंता के खिलाफ भाजपा के पार्षदों ने जमकर नारेबाजी भी कर रहे हैं. पार्षदों ने अधिशासी अभियंता जलकल पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए समस्या के समाधान के प्रति सुनवाई ना करने को लेकर नाराजगी जताई है.
वहीं नगर निगम के पार्षदों का दावा है कि कई क्षेत्रों में जलपूर्ति बाधित है और जल समस्या के निदान के लिए लगातार केवल आश्वासन ही दिया जा रहा है. जबकि स्थानीय जनता परेशान है. भाजपा के सीता कुंड के पार्षद विनय जायसवाल समेत कई पार्षद धरने पर बैठे हुए हैं. उधर, अधिशासी अभियंता जलकल ने भी पार्षदों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. नगर निगम की अधिशासी अभियंता जलकल ने पार्षदों पर धन उगाही का आरोप लगाया है जिसके बाद पार्षद और भी ज्यादा नाराज हुए और पार्षदों ने कार्रवाई की मांग की है.
रामनगरी में नगर निगम की कमान बीजेपी के हाथ में है. महापौर बीजेपी से हैं और उन्हीं के राज में भाजपा के ही पार्षदों की नहीं सुनी जा रही है. इतना ही नहीं अधिकारी समस्याओं को सुनकर अनसुना कर देते हैं. कई महीनों से लगातार जलापूर्ति की समस्याओं से परेशान पार्षदों ने नगर निगम के जोन कार्यालय के सामने स्थित जलकल पर ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया और जलकल के अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है. पार्षदों ने जलकल अधिशासी अभियंता पर मनमानी का आरोप लगाया है किसी भी समस्या का जल आपूर्ति से संबंधित समाधान नहीं हो रहा है.
सीताकुंड वार्ड के बीजेपी पार्षद विनय जायसवाल का आरोप है कि, हमारे वार्ड में विगत 6 महीने से पानी नहीं आ रहा है. जिसको लेकर कई बार लिखित में जलकल में शिकायत कराई है. यहां पर जलकल जेइ का तानाशाह रवैया चलता है. पार्षदों ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि, इस जलकल पर जब से नई अधिशासी अभियंता आई है. तब से सारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गई हैं. पार्षदों ने कहा कि, लगभग 300 परिवार पेयजल की समस्या से महज सीताकुंड वार्ड में ही परेशान हैं. इसलिए अनशन करना पड़ रहा है.वहीं अधिशासी अभियंता के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि, धन उगाही का आरोप वह अपने बचाव में लगा रही हैं