नई दिल्ली. टाटा ग्रुप की एयरलाइन एयर इंडिया ने फैसला लिया है कि वह अपने पायलट्स को 65 की उम्र तक उड़ान भरने की अनुमति देगी. बताया गया है कि एयरलाइन अपने फ्लीट एक्सपेंशन प्लान पर काम कर रही है. एयर इंडिया के पायलट्स अभी तक 58 साल की आयु में रिटायर हो जाते हैं.
बता दें कि डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) पायलट्स को 65 साल की उम्र तक उड़ान भर सकने की अनुमति देता है. एविएशन इंडस्ट्री की ज्यादातर एयरलाइन्स में भी यही प्रैक्टिस है कि पायलट्स 65 साल की आयु तक विमान उड़ा सकते हैं.
इसके अतिरिक्त एयर इंडिया में इस बात पर विचार चल रहा है कि 200 से अधिक और विमान खरीदे जाएं. इनमें से 70 फीसदी नैरो-बॉडी एयरक्राफ्ट हो सकते हैं. यह जानकारी एविएशन इंडस्ट्री के सूत्रों के हवाले से बिजनेस टुडे ने अपनी वेबसाइट पर छापी है.
भविष्य की योजनाओं के लिए यह जरूरी
रिपोर्ट के मुताबिक, एयरलाइन के दस्तावेज़ों में कहा गया है कि अपने बेड़े के लिए भविष्य की विस्तार योजनाओं को देखते हुए वर्क-फोर्स की आवश्यकता को पूरा करना आवश्यक है. “हमारी आवश्यकता को पूरा करने के लिए एयर इंडिया में हमारे वर्तमान प्रशिक्षित पायलटों को सेवाएं सेवानिवृत्ति के बाद 5 साल के लिए कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर बढ़ाकर 65 साल तक करने का प्रस्ताव है.”
इसमें कहा गया है कि अगले 2 वर्षों में रिटायर होने वाले पायलटों की पात्रता की जांच के लिए मानव संसाधन (HR) विभाग, संचालन विभाग और उड़ान सुरक्षा विभाग के अधिकारियों की एक कमेटी गठित की जाएगी. यह कमेटी अनुशासन, उड़ान सुरक्षा और सतर्कता के संबंध में पायलटों के पिछले रिकॉर्ड की समीक्षा करने के लिए जिम्मेदार होगी. विस्तृत समीक्षा के बाद यह कमेटी मानव संसाधन विभाग के प्रमुख को रिटायरमेंट के बाद कॉन्ट्रैक्ट जारी करने के लिए शॉर्टलिस्ट किए गए नामों की सिफारिश करेगी.
5 साल के बाद बढ़ाया जा सकता है कॉन्ट्रैक्ट
कहा गया है कि “अनुबंध 5 साल की अवधि के लिए जारी किया जाएगा, जिसे 65 साल तक बढ़ाया जा सकता है.” साथ ही इसमें कहा गया है कि 63 वर्ष की आयु में पांच वर्ष की संतोषजनक सेवा पूरी करने पर उनके प्रदर्शन की जांच करने पर कमेटी इसे 65 वर्ष की आयु तक बढ़ाने पर विचार करेगी