चंडीगढ़. पंजाब पुलिस ने 5 जुलाई से अब तक 260 बड़े ड्रग डीलरों सहित 2205 नशा तस्करों को गिरफ़्तार किया है. इस समय के दौरान पुलिस की तरफ से कुल 1730 एफआईआर दर्ज की गई हैं जो 145 व्यापारिक मामलों से सम्बन्धित हैं. आईजीपी हैडक्वाटर सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि पुलिस ने पिछले महीने गिरफ़्तार किये गए नशा तस्करों के कब्ज़े में से 48.95 लाख रुपए की ड्रग मनी भी बरामद की गई है. इसके अलावा पुलिस ने पिछले महीने 99 भगौड़ों और एनडीपीएस मामलों में वांछित अपराधियों को भी गिरफ़्तार किया है.
नशीले पदार्थों की बरामदगी संबधी मासिक अपडेट्स देते हुए आईजीपी ने कहा कि पुलिस ने 30 किलोग्राम हेरोइन, 75 किलोग्राम अफीम, 69 किलोग्राम गांजा और 185 क्विंटल भुक्की बरामद की है. इसके इलावा राज्य भर में फार्मा ओपीओएडज़ की 12. 56 लाख गोलियां/ कैप्सूल/ टीके/ शीशियां बरामद की हैं.
राज्य भर के संवेदनशील रास्तों पर नाके लगाने साथ-साथ नशा प्रभावित इलाकों में घेराबन्दी और तलाशी मुहिम चलाई जा रही है.उन्होंने बताया कि पिछले सप्ताह पुलिस ने 329 एफआईआर दर्ज करते 453 नशा तस्करों को गिरफ़्तार करके 8.4 किलो हेरोइन, 10 किलो अफ़ीम, 2 किलो गाँजा और 21 क्विंटल भुक्की बरामद करने के अलावा 10.46 लाख रुपए की ड्रग मनी बरामद की गई है.
बेहतर प्रदर्शन के लिए जिला होंगे सम्मानित
आईजीपी सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि सरकार के दिशा-निर्देशों पर सभी पुलिस जिलों की साप्ताहिक कार्यप्रणाली की समीक्षा की जा रही है. नशा और ड्रग मनी की बरामदगी, केस दर्ज करने, नशों के तस्करों और भगौड़े अपराधियों की गिरफ़्तारियों के आधार पर तीन शीर्ष जिलों का चयन किया जायेगा. उन्होंने कहा कि इन तीनों सर्वोच्च जिलों को मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि डीजीपी पंजाब गौरव यादव द्वारा वर्दी में किसी भी काली भेड़ को बर्दाश्त न करने के निर्देश दिए हैं. आईजीपी ने कहा कि गलत कार्यों में शामिल पाए जाने के उपरांत एक डीएसपी समेत छह ऐसे पुलिस मुलाजिमों के विरुद्ध कार्रवाई की जा चुकी है.