राजस्थान में इस बार प्री-मानसून की बारिश ने जमकर पूरे प्रदेश को भिगोया है. बारिश के मामले में प्रदेशभर में अक्सर पीछे रहने वाले बीकानेर जिले में भी इस बार प्री-मानसून की जोरदार बारिश हुई. इससे बीकानेर के ग्रामीण इलाकों में ग्रामीणों को खासा नुकसान उठाना पड़ा है. इस दौरान करीब पांच इंच के करीब बारिश हुई.
सबसे ज्यादा नुकसान श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में हुआ. यहां हुई अतिवृष्टि से पूनरासर गांव में कच्ची दीवार ढह जाने से 54 भेड़ों की उसके नीचे दब जाने से दर्दनाक मौत हो गई. वहीं 6 भेड़ें घायल हो गईं. हालात ये हो गई कि लगातार बारिश के कारण पहले तो इन भेड़ों को वहां निकाला नहीं जा सका. दीवार गिर जाने से उनके शव गाद में दब गये. बड़ी मुश्किल से उनके शवों को वहां से उठाया जा सका.
बीकानेर में बारिश का सिलसिला बीते रविवार को शुरू हुआ था. वह मंगलवार तक रुक-रुककर जारी. इस दौरान खाजूवाला और श्रीडूंगरगढ़ इलाके में बेजा नुकसान हुआ. इलाके के कई गांव में पानी भर गया। घरों और गांव की गलियों में पानी भरने से लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा. पानी भर जाने के कारण वे न तो घर में रह पा रहे थे और न ही बाहर निकल पा रहे थे.
जोरदार बारिश के कारण गांवों के घरों और गलियों में ही नहीं बल्कि खेत खलिहान भी पानी में डूब गये. खेतों में चारों तरफ जहां देखो पानी ही पानी नजर आ रहा था. इससे खेतों में बोई गई फसलों को भी खासा नुकसान पहुंचा. इनकी हालत देखकर किसानों ने माथा पकड़ लिया. लेकिन वे कुछ नहीं कर सके.
बारिश का दौर थमने के बाद ग्रामीणों ने पानी को निकालने के प्रयास शुरू किये. दो दिनों तक इन इलाकों के गांवों में लोग पानी को घरों और गांवों से बाहर करने में जुटे रहे. कई खेतों में भी पंप सैट लगाकर पानी बाहर निकालने का प्रयास किया. ग्रामीणों के मुताबिक इतनी बारिश तो इस इलाके में मानसून में भी नहीं होती है. लेकिन इस बार प्री-मानसून सबको हिला डाला.