अमरावती से सांसद नवनीत राणा इस वक्त महाराष्ट्र के हनुमान चालीसा विवाद को लेकर चर्चा में हैं.,नवनीत का जन्म मुंबई के एक पंजाबी परिवार में 3 जनवरी 1986 को हुआ था. पहले उनका नाम नवनीत कौर था. उनके पिता सैन्य अधिकारी थे. मुंबई में ही वह पली-बढ़ीं. स्कूली शिक्षा कार्तिका हाई स्कूल से पूरी की. उसके बाद उन्होंने मॉडलिंग की दुनिया में कदम रखा. करीब 6 म्यूजिक वीडियो में काम किया.
इसके बाद उन्होंने फिल्मी दुनिया की राह पकड़ ली. उन्होंने हिंदी, तेलुगु, कन्नड, मलयालम और पंजाबी फ़िल्मों में काम किया. नवनीत ने कन्नड़ फिल्म दर्शन से अपनी शुरुआत की थी. उसके बाद तेलुगु में उनकी सीनू वसंती लक्ष्मी, चेतना, जगपति, गुड बॉय, भूमा और लव इन सिंगापुर जैसी फिल्में आईं. उन्होंने पंजाबी फिल्म लाड गया पेचा में भी काम किया है.
नवनीत की शादी 3 फरवरी 2011 को रवि राणा के साथ हुई. दोनों ने एक सामूहिक विवाह समारोह में करीब 3200 जोड़ों के साथ शादी रचाई. इस दौरान बाबा रामदेव ने भी उन्हें आकर आशीर्वाद दिया था. बीबीसी के मुताबिक, बताया जाता है कि नवनीत और रवि की मुलाकात स्वामी रामदेव के आश्रम में ही हुई थी. नवनीत और रवि का एक बेटी और एक बेटा है.
रवि राणा महाराष्ट्र के विदर्भ इलाके में बडनेरा से तीन बार के निर्दलीय विधायक हैं. वह युवा स्वाभिमान नाम की पार्टी भी चलाते हैं. अमरावती के मूल निवासी रवि राणा ने 2009, 2014 और 2019 में बडनेरा से विधानसभा चुनाव जीता था. वह महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के भी करीबी माने जाते हैं.
फिल्मों के बाद नवनीत राणा ने राजनीति में किस्मत आजमाई. 2014 में उन्होंने एनसीपी के टिकट से अमरावती से लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार गईं. इसके बाद 2019 में वह निर्दलीय मैदान में उतरीं और शिवसेना के दिग्गज नेता आनंद अडसुल को हराकर लोकसभा चुनाव जीता.
नवनीत राणा सामाजिक कार्यों को लेकर भी काफी सक्रिय रहती हैं. धार्मिक कार्यक्रमों में नियमित हिस्सा लेती हैं. चाहे गणेश पूजा हो या राम नवमी, चाहे इलाके में विकास कार्य हों या समाजसेवा, नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा अक्सर नजर आते हैं.
नवनीत राणा कई केंद्रीय समितियों की भी सदस्य रही हैं. बीबीसी के मुताबिक, 13 सितंबर 2019 से 13 सितंबर 2020 तक वह कृषि संबंधी स्थायी समिति की सदस्य रहीं. इसके बाद विदेश मामलों की स्थायी समिति और वित्त मंत्रालय व कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय की सलाहकार समिति की सदस्य बनीं.
नवनीत राणा की जाति को लेकर भी विवाद हो चुका है. शिवसेना के पूर्व सांसद आनंदराव अडसुल ने उन पर फर्जी प्रमाणपत्र बनवाकर लोकसभा चुनाव लड़ने का आरोप लगाया था. बॉम्बे हाईकोर्ट ने जून 2021 में उनका जाति प्रमाणपत्र रद्द करते हुए दो लाख का जुर्माना भी लगाया था. हालांकि बाद में सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगा दी थी.