मुरादाबाद। लोकसभा चुनाव 2019 में रामपुर सीट पर समाजवादी पार्टी के टिकट पर आजम खां थे तो उनके विरोध में भाजपा प्रत्याशी और अभिनेत्री जयाप्रदा थीं। आजम खां पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे थे, जबकि जयाप्रदा रामपुर सीट से ही दो बार सांसद बन चुकी थीं। उनको सांसद बनवाने में आजम खां का बड़ा हाथ था। क्योंकि उस समय जयाप्रदा समाजवादी पार्टी में थीं और आजम खां उनके लिए प्रचार कर रहे थे। लेकिन इस चुनाव में दोनों प्रतिद्वंद्वी हो गए थे। आजम खां ने इस चुनाव में जीत दर्ज की और पहली बार सांसद बने थे।
मुरादाबाद के मुस्लिम इंटर कालेज में आजम खांं के स्वागत के लिए एक समारोह का आयोजन किया गया था। 30 जून 2019 को हुए समारोह में मुरादाबाद के सांसद डा. एसटी हसन ने जयाप्रदा पर अभद्र टिप्पणी की थी। उनके लिए तवायफ शब्द का प्रयोग करते हुए कई बातें कहीं थीं। इसका आडियो वायरल हुआ तो थाना कटघर में रामपुर व मुरादाबाद सांसद समेत सपा नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसमें पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अजहर खां भी शामिल थे। मामले की जांच क्राइम ब्रांच ने की थी। प्रकरण में क्राइम ब्रांच एमपी-एमएलए की स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।
इससे पहले चुनाव प्रचार के दौरान आजम खां भी जयाप्रदा पर अभद्र टिप्पणी कर चुके थे। एक सभा के दौरान आजम खां ने जनता को संबोधित करते हुए यहां तक कह दिया था कि आप लोगों ने 10 साल जिनसे अपना प्रतिनिधित्व कराया, उसकी असलियत समझने में आपको 17 साल लगे, मैं 17 दिन में ही पहचान गया कि…खाकी रंग का है। इस मामले में भी आजम खां के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने का मुकदमा दर्ज किया गया था। वर्तमान में आजम खां सीतापुर जेल में बंद हैं और हाल ही में हुए यूपी विधानसभा चुनाव में उन्होंने दसवीं बार रामपुर विधानसभा सीट से जीत दर्ज की है।