पटना। बिहार विधानसभा के बजट सत्र के आठवें दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नोकझोंक का सिलसिला शुरू से चलता रहा। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पूरे तेवर में नजर आए। मनरेगा मजदूरों काे रोजगार के मुद्दे पर किए गए प्रश्न के जवाब से असंतुष्ट नेता प्रतिपक्ष ने गलत जवाब देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार आंकड़ों की हेराफेरी कर रही है। मनरेगा के वेबसाइट पर आंकड़े अलग हैं जबकि सरकार का जवाब अलग है। मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि यदि किसी ने गलत आंकड़ा दिया है तो कार्रवाई की जाएगी। एक सप्ताह के अंदर इसकी रिपोर्ट दी जाएगी। हालांकि राजद के विधायक इससे शांत नहीं हुए, वे हंगामा करने लगे। इसी दौरान एक प्रश्न का जवाब देने के लिए मंत्री जयंत राज खड़े हुए तो विस अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने उन्हें कहा, यह तो हो गया। चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि आपको नेता प्रतिपक्ष उलझा रहे हैं और आप उलझ रहे हैं। आप आसन की ओर देखिए, गलती मत करिएगा।
मनरेगा के आंकड़े में सरकार ने की हेरफेर
विधानसभा की कार्यवाही की शुरुआत तेजस्वी यादव के पूरक से हुई। लेकिन जवाब से वे संतुष्ट नहीं हुए। आंकड़ों की हेराफेरी का आरोप लगाया। सरकार किसी भी तरह उत्तर देकर जवाबदेही से बचना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार 99 फीसद लोगों को रोजगार देने का दावा कर रही है लेकिन वेबसाइट के आंकड़े तो कुछ और बयां कर रहे हैं। किन अधिकारियों ने ऐसे रिपोर्ट तैयार किए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में गलत आंकड़े देने वाले पर सख्त कार्रवाई करे।
मंत्री बोले-गलत जवाब देने पर होगी सख्त कार्रवाई
इसपर ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि विभाग की तरफ से आंकड़े दिए गए हैं, यदि ये गलत हैं तो इसे दिखवाएंगे। यदि अधिकारी ने गुमराह करने का प्रयास किया है तो उसपर सख्त कार्रवाई की जाएगी। एक सप्ताह के अंदर जांच कर एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि कोरोना काल में 21 लाख मानव दिवस का सृजन किया गया। नेता प्रतिपक्ष ने इस पर कहा कि मेरे कार्यालय में या जहां भी मंत्री जी बैठें और अधिकारी को बुलाकर इसको क्लियर कर दें। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष और मंत्री बैठकर इसे देख लें। इस पर श्रवण कुमार ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष कहेंगे तो वे उनके कार्यालय क्या, आवास पर जाकर भी सरकार का पक्ष रख सकते हैं।