चंडीगढ़: शिरोमणि अकाली दल बादल के प्रधान और संसद मैंबर सुखबीर सिंह बादल ने सुखबीर बादल ने मुख्यमंत्री चन्नी को बड़े सवाल किए और पूछा कि उन्होंने कभी अनुसूचित जाति भाईचारे और कमजोर वर्गों के पक्ष में आवाज क्यों नहीं उठाई? उन्होंने कहा कि यह सत्य है कि चन्नी मुख्यमंत्री बनने से पहले तकरीबन 5 साल तक कैबिनेट मंत्री रहे हैं। हालांकि उन्होंने 4.5 लाख अनुसूचित जाति विद्यार्थियों के हितों की रक्षा के लिए कभी आवाज नहीं उठाई, जिनको न सिर्फ एस.सी. वजीफे से खाली कर दिया गया, बल्कि जिन के वजीफे को उनके कैबिनेट के साथी साधु सिंह धर्मसौत ने गबन कर लिया था।
उन्होंने कहा कि इसी तरह चन्नी ने लाखों नीले कार्डों को रद्द करने पर कोई एतराज नहीं किया, जो कमजोर वर्गों को सब्सिडी वाले राशन के हकदार बनाते थे। बादल ने कहा कि चन्नी का भांजा रेत माइनिंग और पोस्टिंग ट्रांसफर में उनका फरंटमैन था, इसलिए अब सबूत की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री चन्नी पर जल्द पर्चा दर्ज करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह राहुल गांधी को सवाल पूछना चाहते हैं कि पोस्टिंग ट्रांसफर में पैसे लेने वाला और गैर-कानूनी रेत माइनिंग करने वाला आपका मुख्यमंत्री चेहरा है।