बिहार में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंचता नजर आ रहा है. प्रदेश के अधिकांश शहरों में वायु प्रदूषण का स्तर देश की राजधानी दिल्ली के करीब तक रिकॉर्ड किया गया है. वहीं, छपरा की हवा तो दिल्ली से भी ज्यादा प्रदूषित मिली है. छपरा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 390 पहुंच गया है. जबकि दिल्ली में यह 387 दर्ज किया गया है. एनसीआर (NCR) के शहर हापुड़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 321 रहा, तो वहीं, गया का प्रदूषण स्तर 357 तक पहुंच गया है. कोरोना संक्रमण (Corona Virus) के बढ़ते मामलों को देखते हुए श्वास के मरीजों के लिए यह स्थिति नुकसानदेह साबित हो सकती है
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड परिषद की मानें तो प्रदेश के वातावरण में कोहरा छाने और नमी बढ़ने से लोगों की परेशानी काफी बढ़ गई है. दरअसल वातावरण में जो धूल कण फैला है वो नमी के साथ मिलकर कोहरे को और घना बना रहा है. आने वाले कुछ दिनों तक हालात ऐसे ही बने रहने का अनुमान है. बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद के अध्यक्ष डॉक्टर अशोक कुमार घोष की मानें तो पछुआ हवा में तेजी आने के बाद वातावरण साफ होने की संभावना है, और तब लोगों को प्रदूषण से राहत मिल सकती है. मौसम विशेषज्ञों की मानें तो पछुआ हवा की गति अभी काफी धीमी है इस वजह से राज्य में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बना हुआ है.बिहार के अलग-अलग जिलों में प्रदूषण स्तर इस प्रकार से है- छपरा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 390, मुंगेर का 386, बक्सर का 354, गया का 357, भागलपुर का 348, राजगीर का 332, मुजफ्फरपुर का 320, राजधानी पटना का एयर इंडेक्स 279 है. वहीं, देश की राजधानी दिल्ली का एक्यूआई 387 है. जबकि मेरठ का 353, हिसार का 357, गुरुग्राम का 354, मेरठ का 353, फरीदाबाद का 334 है.बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. वहीं, बढ़ते वायु प्रदूषण के स्तर को देखते हुए भी लोगों को बेहद सावधान रहने की जरूरत है.