तेजस्वी यादव और चिराग पासवान के बिच मुलाकात भले ही रामविलाश पासवान की पुण्यतिथि के आमंत्रण को लेकर हुई ,लेकिन साथ आने के राजनितिक मायने भी दिख रहे है दरसअल पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत राम विलास पासवानकी पुण्यतिथि पारंपरिक कैलेंडर के अनुसार 12 सितंबर) के कार्यक्रम को लेकर बुधवार को चिराग पासवान ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात की.
विज्ञापन के लिए सम्पर्क करे 9142802566
इस मीटिंग में दोनों के बीच अच्छी केमिस्ट्री दिखी और तेजस्वी ने चिराग पासवान को घर के बाहर तक आकर छोड़ा. इस मौके पर तेजस्वी ने कहा कि राम विलास पासवान की परिवार के साथ अच्छे संबंध रहे हैं. तेजस्वी और चिराग दोनों को राजनीति में एक साथ आने की लालू प्रसाद यादव की बात पर तेजस्वी ने इशारों में चिराग को महागठबंधन में आने का ऑफर भी दे दिया. तेजस्वी ने कहा कि लालू प्रसाद यादव ने पहले ही सबकुछ कह दिया है. हालांकि, चिराग पासवान ने बीच में ही टोकते हुए इस न्यौते पर सफाई दे दी.
चिराग पासवान ने तेजस्वी यादव को बीच में ही रोकते हुए कहा कि तेजस्वी जी को न्योता देने आया हूं. कल दिल्ली में संभवतः लालू जी से मुलाक़ात होगी.उन्हें भी आमंत्रित करूंगा. चिराग ने मीडियाकर्मियों से साफ-साफ कहा कि इस मुलाकात को राजनीतिक मुलाकात नहीं समझा जाए. इस पर आगे बातचीत होगी. चिराग ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार जी के यहां भी समय के लिए नाम लिखवाया है, लेकिन मुख्यमंत्री जी से समय मिलना आसान नहीं है. मेरे लिए तो कुछ खास ही है.
चिराग पासवान से मुलाकात पर तेजस्वी यादव ने कहा कि रामविलास पासवान जी की पुण्यतिथि पर निमंत्रण मिला है. लालू जी की तबीयत ठीक रही तो वो भी शामिल होंगे. रामविलास पासवान और लालू प्रसाद के आपसी अच्छे संबंध रहे हैं. नीतीश कुमार से चिराग पासवान को समय नहीं मिलने पर तेजस्वी ने कहा कि ऐसे मामलों में राजनीति नहीं होनी चाहिए, समय दिया जाना चाहिये.
तेजस्वी और चिराग के राजनीति में साथ आने पर तेजस्वी ने कहा कि लालू जी ने जब इच्छा जाहिर की तब हम क्या कहे (लालू ने कहा था कि तेजस्वी और चिराग साथ आयें). हालांकि तेजस्वी ने इशारों में चिराग को साथ आने का न्योता दिया भी. तेजस्वी ने कहा कि जब लालू प्रसाद ने पहले ही कह दिया है उसके बाद कुछ नही बचता. मैंने पहले ही सब कह दिया है. हालांकि इसी बीच चिराग पासवान ने सीधा कहा कि आज राजनीति का सवाल नहीं और इस मुलाकात को की राजनीतिक मुलाकात नहीं समझा जाये. आने वाले दिनों में इस पर बात होगी. बता दें कि राम विलास पासवान का देहांत पिछले वर्ष 8 अक्टूबर को हुआ था.