शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया का रास्ता सरकार ने साफ़ कर दिया है सरकार ने बताया है की बिहार में पंचायत चुनाव के दौरान भी किसी भी तरह से नियुक्ति प्रक्रिया को रोका नहीं जाएगा, इस बीच शिक्षक नियुक्ति को लेकर भी काफी भ्रम फैल गया कि आचार संहिता को लेकर इस पर भी रोक लग जाएगी. हालांकि अब शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने साफ कर दिया है कि राज्य में पंचायत चुनाव आचार संहिता लागू होने के बावजूद शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया जारी रहेगी.
शिक्षा मंत्री ने मंगलवार को साफ किया कि तकरीबन सवा लाख प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए मूल रूप से छठे चरण की नियोजन प्रक्रिया पूरी कर ली गई, इसकी सिर्फ औपचारिकताएं रह गई हैं. इसलिए बहाली की प्रक्रिया चलती रहेगी. उन्होंने बताया कि पंचायती राज संस्थाओं के जन-प्रतिनिधियों के कार्यकाल खत्म होते ही शिक्षा विभाग की ओर से तमाम नियोजन इकाइयों में परामर्शी समितियों का गठन कर दिया गया है, इसीलिए शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया प्रभावित नहीं होनी चाहिए.
लगभग सवा लाख शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया जारी
बता दें कि छठे चरण में 94 हजार पदों पर प्रारंभिक शिक्षकों और 30020 पदों पर माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया चल रही है. वहीं, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने बताया कि छठे चरण की नियुक्ति प्रक्रिया संबंधी काउंसिलिंग दिसंबर तक चलेगी और उसके तुरंत बाद सातवें चरण की शिक्षक नियुक्ति हेतु विज्ञापन जारी होगा.
छठे चरण के लिए सिर्फ काउंसिलिंग कार्य बाकी
अपर मुख्य सचिव ने यह भी बताया कि इससे पहले छठे चरण की काउंसिलिंग और बहाली प्रक्रिया से यह स्पष्ट हो जाएगा कि प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों के कितने पद खाली रह गए हैं. छठे चरण की शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया पंचायत चुनाव आचार संहिता से प्रभावित नहीं होगा, क्योंकि नियोजन प्रक्रिया का अब ज्यादा काम नहीं बचा है. सिर्फ काउंसिलिंग का कार्य बचा है.