पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के इस्तीफे के बाद उत्तराखंड के राजनीती में सियासी चाल अब तेज हो गई है रावत के इस्तीफे का कारण कुछ भी रहा हो लेकिन विरोध के विगुल नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ताजपोशी से पहले ही पार्टी के अंदर नाराजगी दिखने लगी है जिसे लेकर बैठकों का दौर जारी है इस बीच कुछ विधायकों के नाराज होने की खबरें भी चर्चा में हैं।
पार्टी के कुछ सीनियर नेता नाराज चल रहे हैं। इसकी पुष्टि मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने की है। चुफाल ने कहा की मैं नाराज नहीं हूं, लेकिन हरक सिंह रावत और सतपाल महाराज नाराज हैं।उन्होंने आगे कहा कि अगर मुझे फोन आएगा तो मैं शपथ लेने जाऊंगा, लेकिन दोनों मंत्रियों को मैंने कहा है कि बीजेपी अध्यक्ष से बात करें और अपनी बात रखें, नाराजगी से कोई काम नहीं चलेगा।वहीं पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाने के बाद आ रही असंतोष की खबरों के बीच विधायक राजकुमार ठुकराल बोले कि नाराजगी होना गलत। पार्टी हाई कमान का निर्णय सर्वोपरि है।
नाराजगी की खबरों बीच मनोनीत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सतपाल महाराज से उनके डालनवाला स्थित आवास में शिष्टाचार भेंट की।भाजपा के वरिष्ठ नेता बंशीधर भगत ने कहा है कि ये सब अफवाह है। हमारे नेता पार्टी के साथ हैं। पुष्कर सिंह धामी के मुख्यमंत्री बनने से कोई विधायक नाखुश नहीं है। बंशीधर भगत ने कहा, सब पार्टी के सिपाही हैं। एक युवा सीएम मिलना हमारा सौभाग्य है।उच्च शिक्षा मंत्री व भाजपा विधायक धन सिंह रावत ने कहा कि मैं खुद सीएम की दौड़ में था। जब मैं नाराज नहीं तो नाराजगी की बात अफवाह है। सभी एकजुट हैं। हम नए सीएम के नेतृत्व में 2022 का विस चुनाव जीतेंगे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के आवास पर वरिष्ठ नेताओं की बैठक
वहीं पुष्कर सिंह धामी को लेकर उठ रहे विरोध के सुरों के बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के आवास पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हो रही है। बैठक में प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, मदन कौशिक, महामंत्री संगठन अजय कुमार और प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार मौजूद हैं।
मंत्री धन सिंह रावत, यतीश्वरानंद, बिशन सिंह चुफाल भी भाजपा अध्यक्ष के आवास पर चल रही बैठक के लिए पहुंचे हैं।खटीमा से भाजपा के युवा विधायक पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री होंगे। चुनावी साल में भाजपा ने युवा चेहरे पर दांव खेला है। 45 वर्षीय धामी छात्र जीवन से राजनीति में सक्रिय हैं।
धामी के नाम की घोषणा करके भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने एक बार फिर सियासी पंडितों को चौंका दिया। मुख्यमंत्री की दौड़ में गिने जाने वाले दिग्गज नेता सतपाल महाराज, त्रिवेंद्र सिंह रावत, धनसिंह रावत समेत कई बड़े नाम निर्णायक क्षण में पिछड़ गए। शनिवार को प्रदेश पार्टी कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की अध्यक्षता में हुई भाजपा विधायक मंडल दल की बैठक में 45 वर्षीय धामी को सर्वसम्मति से नेता चुना गया। पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और भाजपा अध्यक्ष कौशिक ने धामी के नाम का प्रस्ताव किया। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, वरिष्ठ नेता सतपाल महाराज, बंशीधर भगत, हरबंस कपूर, रेखा आर्य और ऋतु खंडूड़ी ने उनके नाम का अनुमोदन किया।
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