बोकारो. बोकारो पुलिस को नए वर्ष में एक बड़ी उपलब्धि मिली है. फरार चल रहे नक्सली चंद्र मांझी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार नक्सली पुलिस को चकमा देकर कई वर्षों से फरार था. बोकारो के बोकारो थर्मल थाना क्षेत्र के नया बस्ती में बारूदी सुरंग विस्फोट के आरोपी हार्डकोर नक्सली चंद्र मांझी उर्फ रामचंद्र सोरेन को पेक नारायणपुर थाना की पुलिस ने पकड़ने में कामयाबी पाई है. उसे न्यायिक हिरासत में तेनुघाट जेल भेजा गया है.
उसने बारूदी सुरंग विस्फोट भी किया था जिसमें 13 पुलिसकर्मियों ने बलिदान दिया था. गुरुवार को एसपी चंदन झा को सूचना मिली कि मांझी ऊपरघाट में जमुनिया जंगल में है. इसके बाद उसे घेराबंदी कर पकड़ा गया. उसके पास से कोई हथियार बरामद नहीं हुआ है. गिरफ्तार नक्सली नावाडीह व बोकारो थर्मल थाना में कई मामलों में नामजद है.
थाना प्रभारी सुमन कुमार ने बताया कि छह दिसंबर 2006 को नया बस्ती में बारूदी सुरंग विस्फोट में थाने के एएसआई एसएन सिंह सहित 13 जवान शहीद हो गए थे. इस केस में नक्सली चंदू मांझी नामजद था. 25 दिसंबर 2014 को पेक से विष्णुगढ़ जाने वाले मार्ग पर जमुनियां व मानपुर के बीच पुलिया में पांच किलो का केन बम लगाया गया था, इसमें भी उसकी भूमिका थी. 2014 में ही विधानसभा चुनाव के दौरान बुडगडा पेक मार्ग पर बारूदी सुरंग बिछाने, 2015 में इसी मार्ग पर दस किलो का केन बम लगाने का भी उस पर आरोप है.
2015 में सारूबेड़ा-पलामू मार्ग पर डेलियाआम के समीप 20 किलो का केन बम बरामद किया था, उसमें भी वह नामजद था. उसकी गिरफ्तारी नारायणपुर थाना के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है. पुलिस फिलहाल गिरफ्तार किये गए नक्सली से पूछताछ कर रही है.