कोरोना की तीसरी लहर से पहले पूरी तरह से दिल्ली को स्वास्थ वयवस्था से तैयार करने की दिशा में दिल्ली सरकार मुस्तैद दिख रही है,सरकार इन अस्पतालों को स्टेट ऑफ आर्ट फैसिलिटी के तहत तैयार कर रही है. इन अस्पतालों का निर्माण पूरा होने के बाद मरीजों को करीब 6,500 अतिरिक्त बेड उपलब्ध हो सकेंगे.
इतना ही नहीं दिल्ली सरकार अपने मौजूदा अस्पतालों में भी अतिरिक्त ब्लॉक बनाकर उनमें बेड बढ़ाने की कोशिश में भी जुटी हुई है. कई बड़े अस्पतालों में आधा दर्जन से ज्यादा पुराने अस्पतालों में ही नए ब्लॉक का निर्माण किया जा रहा है. इन नए ब्लॉक के निर्माण पूरा होने के बाद मरीजों को बड़ी संख्या में बेड उपलब्ध हो सकेंगे. इन सभी सरकारी अस्पतालों में रीमॉडलिंग हेल्थ केयर सिस्टम के तहत कई हजार बेड बढ़ाने का काम किया जा रहा है.
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जो नए आठ अस्पतालों का निर्माण किया जा रहा है उनमें द्वारका, सिरसपुर, ज्वालापुरी, मादीपुर, हस्तसाल, सरिता विहार, बिंदापुर और एलएनजेपी अस्पताल में बन रहे नए ब्लॉक प्रमुख रूप से शामिल हैं. एलएनजेपी अस्पताल में 1,500 बेड का नया ब्लॉक निर्माणाधीन है. हालांकि दिल्ली सरकार की ओर से अपने हेल्थ सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए फिलहाल 14 से 15 नए पुराने अस्पतालों के निर्माण को जल्द पूरा करने का फोकस बनाए हुए.
LNJP में तैयार हो रहा है 1,500 बेड का नया ब्लॉक
दिल्ली सरकार की ओर से अपने बड़े अस्पताल लोकनायक अस्पताल में भी 1,500 बेड्स का नया ब्लॉक बनाया जा रहा है. इस ब्लॉक कर निर्माण पूरा होने के बाद जहां अस्पताल के मौजूदा स्वास्थ्य सिस्टम से इतनी बड़ी संख्या में बेड जुड़ सकेंगे. वहीं, दिल्ली ही नहीं एनसीआर के लोगों को भी इन बेड का बड़ा फायदा मिल सकेगा.
सिरसपुर में बन रहा है 1,168 बेड का नया अस्पताल
दिल्ली सरकार की ओर से दिल्ली और खासकर नॉर्थ वेस्ट के लोगों को बेहतर चिकित्सा और अस्पतालों में बेड की उपलब्धता के लिए सिरसपुर में 1,168 बेड्स के नए अस्पताल का निर्माण कर रही है. इससे जहां मौजूदा अस्पतालों में बेड्स की संख्या में बढ़ोतरी हो हो सकेगी. वहीं, नॉर्थ वेस्ट और आसपास के सटे जिलों की आबादी को पास में ही बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जा सकेगी.
द्वारका में इंदिरा गांधी अस्पताल में तैयार हो रहे 1,241 बेड्स
दिल्ली सरकार द्वारका स्थित इंदिरा गांधी अस्पताल को भी रीमॉडलिंग के तहत तैयार कर रही है. इस अस्पताल में 1,241 बेड तैयार किए जा रहे हैं. इसके निर्माण पूरा होने के बाद वेस्ट दिल्ली के लोगों को इसका बड़ा फायदा मिल सकेगा. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भी इस अस्पताल को शुरू करने और कोविड मरीजों को सुविधा मुहैया कराने के लिए वेस्ट दिल्ली से सांसद प्रवेश वर्मा भी पुरजोर कोशिश में जुटे रहे थे.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक द्वारका, सिरसपुर और एलएनजेपी के अलावा ज्वालापुरी में 700 बेड, मादीपुर में 700 बेड, सरिता विहार में 450 बेड और बिंदापुर में 100 से ज्यादा बेड के अस्पतालों का निर्माण भी किया जा रहा है. अस्पतालों का सबसे ज्यादा फायदा पश्चिमी दिल्ली और साउथ दिल्ली के लोगों को होगा.
इन अस्पतालों की भी हो रही है री मॉडलिंग, बढ़ाये जा रहे हैं बेड
स्वास्थ्य सेवाओं के रीमॉडलिंग योजना में बाबा साहब अंबेडकर अस्पताल, संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल, डॉक्टर हेडगेवार आरोग्य संस्थान, लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल, अरुणा आसफ अली अस्पताल, भगवान महावीर अस्पताल, श्री दादा देव मैत्री एवं शिशु चिकित्सालय, गुरु गोविंद सिंह अस्पताल, आचार्य श्री भिक्षु अस्पताल और राव तुलाराम मेमोरियल अस्पताल को भी प्रमुख रूप से शामिल हैं. इनमें भी बड़ी संख्या में बेड की बढ़ोतरी की जा रही है.
आचार्य श्री भिक्षु अस्पताल में 270 बेड के नये ब्लॉक को बढ़ाकर 400 बेड किया जा रहा है. सरकार ने आने वाले समय में इन सभी बेड्स को पूरी तरीके से कोविड-19 मरीजों के लिए डेडीकेटेड करने का फैसला भी किया है.
इसके अतिरिक्त बाबा साहेब आंबेडकर अस्पताल, रोहिणी में 463 बेड का नया मदर एंड चाइल्ड केयर ब्लॉक, संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल में 350 बेड की नई बिल्डिंग, डॉ. हेडगेवार आरोग्य संस्थान में 350 बेड का नया भवन, लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में 460 बेड की नई बिल्डिंग, भगवान महावीर अस्पताल में 400 बेड का नया ब्लॉक, श्री दादा देव मैत्री एवं शिशु चिकित्सालय में 194 बेड के नये ब्लॉक निर्माणाधीन हैं.
इसके अतिरिक्त गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में मौजूदा बेड की संख्या को 572 किया जा रहा है. वहीं, राव तुलाराम मेमोरियल अस्पताल में 100 बेड की क्षमता को बढ़ाकर 370 करने करने का काम किया जा रहा है. अस्पताल में 270 बेड का नया ब्लॉक निर्माणाधीन है.