भारत को कोविड-19 की दूसरी लहर से निपटने में SBI ने मदद करने के लिए 71 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। बैंक ने 1000 बेड वाला अस्पताल बनाने के लिए 30 करोड़ रुपये समर्पित किए हैं। खराब स्थिति वाले राज्यों में 250 बेड आईसीयू की सुविधा के साथ और 1000 आइसोलेशन सुविधाओं वाले बेड के लिए आवंटन किया है। ये सुविधाएं संबंधित शहरों के सरकारी अस्पतालों और नगर निगमों के सहयोग से स्थापित की जाएंगी।देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का कहर जारी है। पिछले हफ्ते से लगातार प्रतिदिन साढ़े तीन से ज्यादा नए मरीज मिल रहे हैं। कोरोना मरीजों और कोविड से होने वाली मौतों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी जारी है। देश की स्वास्थ्य प्रणाली चरमरा गई है। इस स्थिति से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है। मालूम हो कि महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच देश में ऑक्सीजन की किल्लत हो गई है। कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन संजीवनी का काम रही है, लेकिन देश में ऑक्सीजन के संकट से मरीजों की जान पर आफत मंडराने लगी है।
एसबीआई अस्थायी अस्पताल स्थापित करने के लिए विभिन्न नामित अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहा है। बैंक सरकार को जीनोम-अनुक्रमण उपकरण या प्रयोगशाला और वैक्सीन अनुसंधान उपकरण के लिए 10 करोड़ रुपये का योगदान भी देगा।
सरकार के प्रयासों में शामिल होने के लिए प्रतिबद्ध- चेयरमैन
इस संदर्भ में बैंक के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने कहा कि, ‘हम दूसरी लहर के खिलाफ लड़ाई में समाज के लिए योगदान देने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। हम भारत के नागरिकों के लिए धन, संसाधनों और योगदान को पहुंचाने और वायरस से लड़ने में सरकार के प्रयासों में शामिल होने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मैं सभी से आग्रह करता हूं कि वे जरूरतमंद लोगों को किसी भी रूप में अपना समर्थन दें और देश को कोविड-19 मुक्त बनाने में योगदान दें।’इसके अतिरिक्त, एसबीआई ने अपने सभी 17 स्थानीय प्रमुख कार्यालयों को 21 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जिसमें नागरिकों की तत्काल चिकित्सा जरूरतों को पूरा करना शामिल है। इसमें जीवन रक्षक स्वास्थ्य संबंधी उपकरण खरीदना और अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाना शामिल है। बैंक पीपीई किट, मास्क, राशन कार्ड और भोजन देना जारी रखेगा।