यह बात अजीबोगरीब जरूर हो सकती है लेकिन सच्चाई यही है कि मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर हमेशा चर्चा में बने रहते हैं ,बयानों का दौर रहा हो या उनके कामों का ,अवसर वह चर्चा में बने रहना पसंद करते हैं ,अजीबोगरीब काम करके चर्चा में रहना मंत्री महोदय को अच्छा लगता है, जब दो दिनों पहले लोगों ने पेट्रोल महंगा होने की बात मंत्री जी से कहीं तो मंत्री जी ने कहा कि सब्जी लेने साइकिल से क्यों नहीं जाते हो ,अब एक चर्चा जो बड़ी खास हो गई है वह है कि मंत्री जी अब ₹20 की वसूली अपने स्वागत के लिए जनता से ले रहे हैं जानिए पूरी बात -दो दिन पहले उन्होंने पेट्रोल महंगा होने पर कहा था कि सब्जी लेने साइकिल से क्यों नहीं जाते और अब वह अपने स्वागत में माला लेने के बजाए माला की कीमत यानि 20 रुपये ले रहे हैं. मंत्रीजी ने पहल की तो ग्वालियर के लोग उनके साथ हो लिए. चैंबर ऑफ कॉमर्स में व्यापारियों ने 50-50 रुपए देकर उनका अभिनंदन किया.
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने दो दिन पहले लोगों से कहा था कि उनके स्वागत में फूल-माला-गुलदस्ते पर खर्च करने के बजाए वो पैसा बेटियों के कल्याण पर खर्च करें. प्रद्युंम्न सिंह अपने विधानसभा क्षेत्र ग्वालियर में पदयात्रा पर निकले हैं. उसी दौरान उन्होंने यह संकल्प लिया. दरअसल, कार्यकर्ता और आम लोग फूल-माला से नेताओं का स्वागत करते हैं. प्रद्युम्न सिंह ने कहा ये फिजूलखर्ची है. उन्होंने लोगों से माला से स्वागत करने की बजाए 20 रुपए का दान देने की अपील की है.
प्रद्युम्न सिंह तोमर के मुताबिक ये रुपया जनकल्याण संघर्ष समिति के खाते में जमा कराया जाएगा. समिति ये रुपया गरीब बेटियों की पढ़ाई और शादी में खर्च करेगी. शुक्रवार को ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर चैम्बर ऑफ कॉमर्स में आयोजित बिजली शिविर में पहुंचे. वहां स्वागत शुरू किया तो प्रद्युम्न सिंह ने माला पहनने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा माला पहनाने की बजाए आप मुझे बेटियों के लिए 20-20 रुपए दान दीजिए. यह सुनकर व्यापारियों ने बेटियों के कल्याण के लिए मंत्री को 50-50 रुपए दान में दिए
प्रद्युम्न सिंह तोमर ने जन कल्याण संघर्ष समिति के नाम पर नया खाता खुलवाया है. इसमें स्वागत की माला के एवज में आने वाली रकम जमा की जाएगी. इससे बेटियों के कल्याण के आयोजन किए जाएंगे.
प्रद्युम्न सिंह अपने काम और बयानों के कारण चर्चा में रहते हैं. खासतौर से सफाई अभियान के लिए. वो जहां भी गंदगी देखते हैं वहां सफाई शुरू कर देते हैं. नाले-नालियों में उतर कर सफाई करने और दफ्तरों के टॉयलेट साफ करने से भी उन्हें कोई परहेज़ नहीं रहता. दो दिन पहले उन्होंने पेट्रोल महंगा होने पर बयान दिया था कि दाम ज्यादा है तो आप सब्जी मंडी साइकिल से जाएं तो बचत होगी. उस पैसे को उसे बेटा-बेटी की पढ़ाई में लगाएं.
प्रद्युम्न सिंह के इस बयान पर कांग्रेस नेता विभा पटेल ने उन्हें सलाह दी थी कि मंत्रीजी अपनी पत्नी से चूल्हे पर खाना बनवाएं. कांग्रेस ने कहा था कि मंत्री अपनी नाकामी छुपाने के लिए पदयात्रा का नाटक कर रहे हैं. पेट्रोल के दाम कम कराने के लिए सरकार से बात करने के बजाए ऊर्जा मंत्री लोगों को बैलगाड़ी युग में ले जाने वाला बयान दे रहे हैं.