सिखों के धार्मिक प्रतीक वाला शॉल पहनने के बाद जो विवाद हुआ उसपर कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) का बयान आ गया है. नवजोत सिंह सिद्धू ने पूरे घटनाक्रम के लिए माफी मांगी और यह भी कहा उन्होंने किसी गलत भावना के साथ ऐसा नहीं किया था. बता दें कि सिद्धू ने सिखों के धार्मिक प्रतीक वाला शॉल पहना ता जिसपर अकाल तख्त ने नाराजगी जताते हुए माफी की मांग की थी.
अब नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट किया, ‘श्री अकाल तख्त सबसे ऊपर है. अगर मैंने अनजाने में किसी भी सिख की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है तो मैं माफी मांगता हूं. बहुत से लोग सिखों के इस चिन्ह को पगड़ी पर लगाते हैं. कपड़ों पर लगाते हैं, कई गर्व के साथ इसका टैटू बनवाते हैं. मैंने भी बिना किसी गलत भावना के इस चिन्ह वाली शॉल पहनी थी.’
पंजाब के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के धार्मिक प्रतीकों वाला शॉल ओढ़ने पर विवाद पैदा हो गया था. इसपर अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने मंगलवार को सिद्धू से कहा था कि धार्मिक प्रतीकों वाला शॉल ओढ़कर सिख समुदाय की भावनाएं कथित रूप से आहत करने को लेकर उन्हें माफी मांगनी चाहिए. अकाल तख्त सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था मानी जाती है.
दरअसल, कांग्रेस विधायक सिद्धू ने कुछ दिन पहले अपने यूट्यूब चैनल ‘जीतेगा पंजाब’ पर एक वीडियो पोस्ट किया था. इसमें वह जालंधर के एक गांव में कुछ किसानों के साथ बैठक में वह शॉल ओढ़े नजर आ रहे हैं. नवजोत सिंह सिद्धू वहां किसानों को एमएसपी के प्रति जागरूक करने गए थे, जिस दौरान उन्होंने एक शाल ओढ़ी थी, जिस पर खंडा और ओंकार छपा था, इसपर ही विवाद हो गया.