प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सोनभद्र और मिर्जापुर के लिए 23 ग्रामीण पाइप पेयजल परियोजनाओं का शिलान्यास किया. पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये इन परियोजनाओं का शिलान्यास किया. सीएम योगी जनपद सोनभद्र से इस आयोजन में सम्मिलित हुए. लगभग 5500 करोड़ की लागत की इन योजनाओं से 41 लाख की आबादी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा सकेगा. पेयजल को लेकर समस्या झेल रहे विंध्य क्षेत्र के लोगों को इस परियोजना के शुरू होने से काफी लाभ होगा.पीएम मोदी ने कहा कि इस योजना के तहत लाखों परिवारों को नलों से शुद्ध पेय जल मिलेगा. उन्होंने कहा कि सोनभद्र और मिर्जापुर में जो संसाधन उपलब्ध है, उसकी वजह से लोग इस एरिया की तरफ आकर्षित होते हैं. लेकिन आजादी के बाद यह क्षेत्र उपेक्षा का शिकार हुआ है. विन्ध्याचल और बुंदेलखंड का इलाका उपेक्षा का शिकार रहा है. इस क्षेत्र की पहचान सूखा क्षेत्र की रही है. इसी लिए यहां से पलायन हो रहा है.
प्रधानमंत्री ने इस दौरान रहीमदास का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि विंध्य पर्वत का ये विस्तार पुरातन काल से ही विश्वास, पवित्रता, आस्था का एक बहुत बड़ा केंद्र रहा है. रहीमदास जी ने भी कहा- “जा पर विपदा परत है, सो आवत एहिं देस”. आजादी के दशकों बाद तक ये क्षेत्र उपेक्षा का शिकार रहा है. ये पूरा क्षेत्र संसाधनों के बाद भी अभाव का क्षेत्र बन गया. इतनी अधिक नदियां होने के बाद भी इस क्षेत्र की पहचान सबसे ज्यादा प्यासे, सूखा प्रभावित क्षेत्र की रही.
बहरहाल, पीएम मोदी द्वारा शिलान्यास की जाने वाली योजनाओं में जनपद मिर्जापुर की 09 तथा जनपद सोनभद्र की 14 ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाएं शामिल हैं. इन योजनाओं का क्रियान्वयन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित ‘जल जीवन मिशन’ के तहत किया जा रहा है.
जनपद सोनभद्र में 14 ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं के माध्यम से 1,389 राजस्व ग्रामों की 19,53,458 आबादी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा. इन परियोजनाओं की कुल लागत 3,212 करोड़ रुपये है.
इसी प्रकार, जनपद मिर्जापुर में 09 ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं के माध्यम से 1,606 राजस्व ग्रामों की 21,87,980 आबादी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा. इन परियोजनाओं की कुल लागत 2,343 करोड़ रुपये है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 11.30 बजे 5555.38 करोड़ रुपये लागत कि इस योजना का शिलान्यास करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि इस मौके पर वे जल तथा स्वच्छता समिति के सदस्यों से संवाद भी करेंगे. बता दें कि इस बाबत मुख्य कार्यक्रम सोनभद्र में आयोजित होगा जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह भी मौजूद रहेंगे.