हाल ही में हुए ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान चीन ने आतंकवादियों ने खिलाफ ब्रिक्स देशों के साथ अहम खुफिया सूचनाएं साझा करने को तैयार हो गया है।इस फैसले के बाद माना जा रहा है कि इसबार की आतंकरोधी रणनीति पर हुई बिक्स देशों की बैठक काफी हद तक सफल रही। ऐसे में अगर इस पर काम हुआ तो आगे चलकर चीन के लिए पाकिस्तान का साथ देना मुश्किल हो जाएगा।
क्या है रणनीति
आतंकवाद से पूरा विश्व परेशान है। ऐसे में हाल ही में हुए ब्रिक्स सम्मेलन में आतंकवाद ही चर्चा का विषय रहा और इसके खात्मे को लेकर रणनीति बनाई गई।
आतंक को शह देने पर होगी कार्रवाई
इस रणनीति के तहत उन सभी देशों पर कार्रवाई की जाएगी जो किसी भी तरह से आतंकियों से संबंध रखते हो या उनकी किसी भी तरह से मदद करते हो।
कसनी होगी नकेल
पूरे विश्व में कुछ नाम आतंकी संगठन है जिन्होंने कई देशों की शांति भंग करने का फैसला लिया है। ऐसे ही संगठन, समूह और व्यक्तियों पर नकेल कसने का वक्त आ गया है। इनता ही नहीं जो व्यकित, देश या संगठन इनकी वित्त रूप से मदद कर रहा है उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। इस रणनीति पर सभी देशों ने अपनी रजामंदी दी है।