कांग्रेस को वंशवाद पर भरोसा, बेटों-सालों को टिकट दिलाने में जुटे कद्दावर नेता
पटना. राष्ट्रीय जनता दल के साथ बिहार विधानसभा चुनाव में जीत का परचम लहराने के इरादे से उतरी कांग्रेस पार्टी में उम्मीदवारों के नाम पर मंथन जारी है. आज तीसरे और अंतिम चरण के लिए 49 सीटों पर प्रत्याशी के नामों का चयन करने के लिए सेलेक्शन कमेटी की महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है. कयास लगाए जा रहे हैं कि आज ही इन उम्मीदवारों के नामों की भी घोषणा कर दी जाएगी. उम्मीदवारों के नामों पर अंतिम मुहर लगने से पहले पार्टी के बड़े-बड़े नेता अपने चहेतों को टिकट दिलाने के लिए लगातार दिल्ली फोन घुमा रहे हैं.
बिहार में साथ-साथ चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस और आरजेडी पर विपक्ष लगातार वंशवाद का आरोप लगाता आ रहा है. कांग्रेस के कद्दावर नेताओं से लेकर स्टार प्रचारकों को शायद इसकी कोई परवाह नहीं है. कोई अपने बेटे के लिए टिकट की मांग कर रहा है तो किसी को अपने साले के लिए टिकट चाहिए. पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हाल के दिनों में दूसरे दलों से कांग्रेस में आए तीन कद्दावर नेताओं ने अपने बेटे और सालों के लिए टिकट की मांग नेतृत्व के समक्ष रख दी है.
इतना ही नहीं ये सेलेक्शन कमेटी में शामिल नेताओं को फोन करके अपनी मांग को शीर्ष नेतृत्व के समक्ष रखने की भी कोशिश कर रहे हैं. अगर कांग्रेस इनकी मांग को स्वीकार करती है और सालों और बेटों को टिकट देती है तो सवाल उठना लाजमी है, क्या कांग्रेस ऐसे करेगी बिहार फतह? आपको बता दें कि बिहार में कांग्रेस 70 सीट पर चुनाव लड़ रही है, पर अभी तक पार्टी ने 21 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है.