जदयू की मनोरमा देवी सबसे अमीर, 5 साल में 12 से 90 करोड़ हुई संपत्ति; राजद के अनंत सिंह पर सबसे ज्यादा 38 केस
- एनडीए के 71 में से 48 और मगहागठबंधन के 55 कैंडिडेट्स के पास 1 करोड़ रुपए से ज्यादा संपत्ति
- 142 कैंडिडेट्स में से 84, यानी 60% कैंडिडेट्स के ऊपर क्रिमिनल केस, एनडीए के 37, महागठबंधन के 43 ऐसे कैंडिडेट्स
-
बिहार में पहले फेज के लिए नॉमिनेशन हो चुके हैं। पहले फेज की 71 सीटों पर 28 अक्टूबर को वोटिंग होनी है। इन सीटों पर नॉमिनेशन तो 1,057 कैंडिडेट्स ने किया है, लेकिन जो सीधी लड़ाई है, वो है महागठबंधन और एनडीए में। हमने इन 71 सीटों पर खड़े हुए महागठबंधन और एनडीए के कैंडिडेट्स की तरफ जो एफिडेविट दाखिल किए गए हैं, उनका एनालिसिस किया। इससे पता चला कि चुनाव में आप जिन कैंडिडेट्स को वोट देने जा रहे हैं, उनमें से कितने करोड़पति हैं? कितनों पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं?
करोड़पति: 142 में से 111 की संपत्ति 1 करोड़ से ज्यादा
पहले फेज की 71 सीटों पर एनडीए और महागठबंधन के जो 142 कैंडिडेट्स खड़े हुए हैं, उनमें से 111 ऐसे हैं, जिनके पास 1 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति है। यानी, सिर्फ 31 कैंडिडेट्स के पास ही 1 करोड़ से कम संपत्ति है।
Advertisementगया जिले की अतरी सीट जदयू के खाते में गई है। यहां से मनोरमा देवी इस बार चुनाव लड़ रही हैं। मनोरमा देवी पहले विधान परिषद की सदस्य रही हैं। पहली बार चुनाव लड़ रही हैं। उन्होंने अपने एफिडेविट में 89.77 करोड़ रुपए संपत्ति बताई है। उनके पास 44.77 करोड़ रुपए के मूवेबल और 45 करोड़ के नॉन-मूवेबल असेट्स हैं। 2015 में मनोरमा देवी जब विधान परिषद का चुनाव लड़ रही थीं, तब उन्होंने अपने एफिडेविट में 12.24 करोड़ रुपए संपत्ति बताई थी।
मनोरमा देवी की पहचान दबंग नेता के तौर पर होती है। उनके पति बिंदेश्वरी यादव किसी जमाने में बाहुबली नेता हुआ करते थे। बिंदेश्वरी लालू यादव के करीबियों में से एक थे। इसी साल कोरोनावायरस से बिंदेश्वरी की मौत हो गई। मनोरमा देवी के घर से 2016 में शराब पकड़ी गई थी, जबकि बिहार में शराब पर बैन है। बाद में उन्होंने सरेंडर कर दिया था।
पहले फेज में सबसे ज्यादा 42 कैंडिडेट्स राजद से उतर रहे हैं और करोड़पति कैंडिडेट्स भी सबसे ज्यादा राजद के ही हैं। राजद के 38 कैंडिडेट्स करोड़पति हैं।
Advertisementकुल मिलाकर महागठबंधन के 71 में से 55, तो एनडीए के 48 कैंडिडेट्स के पास 1 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति है।
-
क्रिमिनल केसः 142 में 84 कैंडिडेट्स पर आपराधिक मामले
साफ राजनीति की बात तो सारी पार्टियां करती हैं, लेकिन जब चुनाव में कैंडिडेट की उतारने की बात आती है, तो पार्टियों की तरफ से जो कैंडिडेट्स खड़े होते हैं, उनमें से ज्यादातर पर क्रिमिनल केस दर्ज होते हैं।
Advertisementपहले फेज के 142 कैंडिडेट्स में से 84, यानी 60% कैंडिडेट्स के ऊपर कोई न कोई क्रिमिनल केस जरूर दर्ज है। फिर भले ही वो आचार संहिता के उल्लंघन का मामला ही क्यों न हो।
मोकामा सीट से मौजूदा विधायक अनंत सिंह के ऊपर सबसे ज्यादा 38 मामले दर्ज हैं। इनमें हत्या, जान से मारने की धमकी, हत्या की कोशिश, किडनैपिंग जैसे मामले शामिल हैं। दूसरे नंबर पर आरा सीट से भाकपा (माले) के कैंडिडेट्स मनोज मंजिल हैं, जिनके ऊपर 30 केस दर्ज हैं। मनोज मंजिल जिस दिन नॉमिनेशन भरने गए थे, उसी दिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।
वहीं, एनडीए ने 37 कैंडिडेट्स ऐसे उतारे हैं, जिनके ऊपर कोई न कोई क्रिमिनल केस दर्ज है। जबकि, महागठबंधन के 43 कैंडिडेट्स के ऊपर केस चल रहे हैं।
Advertisement