वर्चुअल रैली ‘निश्चय संवाद’ में CM नीतीश का भाषण सुन JDU सांसद ललन सिंह को आई नींद RJD बोली- ‘सुतो सुतो ऐ राजा,
पटना
बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (युनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने सोमवार को अपनी पहली वर्चुअल रैली ‘निश्चय संवाद’ में जिस तरह अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई, उससे यह तय है कि इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में भी जदयू विकास को ही चुनावी मुद्दा बनाएगी। इस रैली में सीएम नीतीश की कही बातों से ज्यादा सोशल मीडिया पर पार्टी के सांसद ललन के नींद की चर्चा हो रही है।
सीएम नीतीश के करीब तीन घंटे के भाषण के दौरान पार्टी सांसद ललन सिंह मंच पर ही नींद में दिखे। यह व्यूजअल सोशल मीडिया पर आने के बाद लोगों ने इसपर चुटकी लेनी शुरू कर दी। इसी मौके को लपकते हुए राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने अपने आधिकारिक फेसबुक पर वीडियो शेयर करते हुए नीतीश कुमार के भाषण पर तंज कसा है।
आरजेडी ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, ‘सुतो सुतो ऐ राजा, फिर अइसन पकाऊ भाषण सुने के ना मिली।’ इसी पोस्ट को आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के पेज से भी शेयर किया गया है। सोशल मीडिया पर यूजर इस वीडियो पर चुटकी ले रहे हैं। कुछ यूजर ये तक लिख रहे हैं कि सरकार पूरी तरह सोई हुई है, लेकिन जनता जाग गई है।
एक और फेसबुक पोस्ट में लालू प्रसाद यादव ने कहा है-
‘खो गया है नीतीश का वो पर्चा
जिसे पढ़कर मांगता था
बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा
अब तो दर्जा की करता भी नहीं चर्चा
क्योंकि डबल इंजन सरकार में आती है लज्जा।’
भाषण में CM नीतीश ने क्या कहा?
सीएम नीतीश की पार्टी जिस तरह पहले की आरजेडी सरकार की 15 साल की सरकार की तुलना अपने सरकार से कर रही है, उससे यह भी तय है कि 2020 का चुनाव ‘15 साल बनाम 15 साल’ के कामों पर लड़ा जाएगा। इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी की ओर से प्रचार अभियान की शुरुआत करते हुए जदयू के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने जहां अपने 15 साल की सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए बताया कि उन्होंने कभी भी क्राइम, करप्शन और कम्युनलिज्म से किसी तरह का कोई समझौता नहीं किया।
उन्होंने अपराध के मामले में जहां आंकड़ों का हवाला देते हुए विधि व्यवस्था की स्थिति को सुधारने का दावा किया वहीं आरजेडी सरकार के ‘जंगलराज’ की चर्चा करते हुए कई उदाहरण देकर लोगों को उस समय की याद दिलाई। जदयू के नेता और बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार भी कहते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहचान ‘पॉलिटिक्स विथ डिफ रेंस’ के रूप में होती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने ना केवल सरकार का दायित्व निभाया बल्कि सामाजिक सुधार का भी बीड़ा उठाया।
उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी का निर्णय लिया तो दहेज प्रथा, बाल विवाह रज़कने के लिए लोगों के बीच जागरूकता अभियान भी चलाया गया। मुख्यमंत्री ने तो पोर्न साइट बंद करने तक की केंद्र सरकार से भी मांग की है। उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि इस चुनाव में जदयू विकास के मुद्दे को लेकर ही लोगों के बीच जाएगी।
कुमार कहते हैं कि ‘न्याय के साथ विकास’ और ‘सुशासन’ सरकार की प्राथमिकता रही है। मुख्यमंत्री ने सोमवार को आरजेडी सरकार के दौर की याद कराते हुए यहां तक कहा, लोगों को खासकर युवाओं को यह बताने की जरूरत है कि उस समय शाम होने के बाद लोग घरों से निकलने से घबराते थे। लालू-राबड़ी के शासन में सामूहिक नरसंहार होते थे।’