संजय दत्त के फैंस ने सड़क 2 के ट्रेलर के साथ बनाया ये खास प्लान
संजय दत्त की नई फिल्म का ट्रेलर बुधवार को क्या रिलीज हुआ, उनके प्रशसंकों के दिलों में वैसे ही भावनाओं का उबाल आ गया है जैसा 27 साल पहले सुभाष घई की फिल्म खलनायक की रिलीज के समय हुआ था। फिल्म की शूटिंग करीब करीब पूरी हो चुकी थी लेकिन तभी वह मुंबई बम धमाकों में गिरफ्तार हुए और जेल चले गए। लेकिन, उनके प्रशंसकों का हुजूम उनकी ये फिल्म देखने को उमड़ पड़ा। पिछली सदी के आखिरी दशक की किसी हिंदी फिल्म की ये सबसे बड़ी ओपनिंग रही थी।
नई सदी में भी संजय दत्त ने अपने मुन्नाभाई अवतार में कम से कम दो बार बॉक्स ऑफिस पर दीवाली मनाई। पहली बार जब मुन्नाभाई एमबीबीएस रिलीज हुई तो ये सबके लिए किसी सरप्राइज फिल्म जैसी थी। कहां गांधी जी और कहां मुन्नाभाई, लेकिन निर्देशक राज कुमार हीरानी ने न्यू मिलेनियल्स के लिए गांधी जी के सारे उसूल, सारी पढ़ाई बिल्कुल डिजिटल एज की कर दी। ऐसा केमिकल लोचा कि उसने सबके दिमाग की बत्ती जला दी। 2003 की ये मसखरी राजू हीरानी ने फिल्म दोहराई साल 2006 में फिल्म लगे रहो मुन्नाभाई के जरिए। संजय दत्त ने जो काम मुन्नाभाई के तौर पर इन दोनों फिल्मों में किया, उसने उनके चाहने वालों के दिलों में उनके लिए बसे प्यार को बहुत ज्यादा बढ़ा दिया।
जेल की सजा पूरी करने के बाद सामान्य जिंदगी जीने की कोशिशें कर रहे संजय दत्त के लिए खुद को कैंसर होने की खबर बहुत बड़ा झटका है। उनकी पत्नी और बच्चे दुबई में हैं और यहां मुंबई में उनको अमेरिका ले जाए जाने की चर्चाएं हैं। संजय दत्त की बिल्डिंग के बाहर यहां सुबह से ही लोगों की चहल पहल दिखाई दी। सुबह सुबह तो लोग काफी संख्या में आए संजय दत्त के बारे में पूछताछ करने, फिर दोपहर तक उनके फैन्स का छोटे छोटे गुटों में आना जारी रहा।
संजय दत्त की 1991 में रिलीज हुई फिल्म सड़क की सीक्वल सड़क 2 का ट्रेलर बुधवार को जारी हुआ। घंटे भर में ही ये ट्रेलर पूरी मुंबई में देखा जा रहा था। संजय दत्त के इमोशनल अवतार को लोग काफी पसंद भी कर रहे हैं। साल 1991 में ही रिलीज हुई सलमान खान, माधुरी दीक्षित और संजय दत्त की फिल्म साजन की भी मुंबई में बुधवार को खूब चर्चा हो रही है।
बांद्रा में जहां संजय दत्त रहते हैं उसके आगे वाले नुक्कड़ पर युवाओं का एक झुंड मोबाइल पर रॉकी देखता मिला। इनमें से संजय दत्त फैंस क्लब वाले शिवा कहते हैं, ‘बाबा की पिक्चर का ट्रेलर आने वाला है, जानकर हम लोगों ने दो दिन से खूब मस्ती करने की तैयारी कर रखी थी। हमारा कोई सौ लोगों का ग्रुप है और सबने मिलकर बाबा की पांच पिक्चर रॉकी, विधाता, नाम, खलनायक और वास्तव का फिल्म फेस्टिवल करने की तैयार की थी, लेकिन उनको कैंसर होने की खबर ने सब मूड खराब कर दिया। ये पिक्चरें तो हम लोग अब भी देख रहे हैं, लेकिन बाबा के साथ भगवान को बार बार ऐसा नहीं करने का था।’