आर्मी हॉस्पिटल ने कहा- प्रणब मुखर्जी की हालत में कोई सुधार नहीं, वे वेंटिलेटर पर; 24 घंटे पहले ब्रेन क्लॉटिंग का ऑपरेशन हुआ था
- आर्मी हॉस्पिटल के मुताबिक, पूर्व राष्ट्रपति की सेहत में कोई सुधार नहीं दिख रहा है
- दिल्ली के आर्मी हॉस्पिटल में हुई सर्जरी, संपर्क में आए लोगों से टेस्ट कराने की अपील की थी
आर्मी हॉस्पिटल के मुताबिक, सर्जरी के बाद भी उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। उनकी सेहत में कोई सुधार नहीं दिख रहा है। उन्हें अभी वेंटिलेटर सपोर्ट पर ही रखा गया है। सर्जरी से पहले 84 साल के मुखर्जी का कोरोना टेस्ट भी पॉजिटिव पाया गया था।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने खुद ट्वीट कर बताया था कि अस्पताल में किसी अन्य चेकअप के लिए गया था। जांच में मेरी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जो भी लोग मेरे संपर्क में आए हों, वे टेस्ट करा लें और खुद को आइसोलेट कर लें। बता दें कि प्रणब मुखर्जी 2012 से 2017 तक देश के राष्ट्रपति रहे थे।
पैतृक गांव में मुखर्जी के लंबी आयु के लिए हवन-पूजन, महामृत्युंजय जाप शुरू
पश्चिम बंगाल स्थित बीरभूम जिले के पैतृक गांव में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के जल्द ठीक होने के लिए उनके धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो गया है। गांव के पुजारियों का अगले तीन दिनों तक धार्मिक अनुष्ठान जारी रहेगा। स्थानीय लोग मिलकर महामृत्युंजय जाप करवा रहे हैं। लोगों का कहना है कि इससे मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य का लाभ मिलता है। एक मोक्ष मंत्र होने के नाते, महामृत्युंजय मंत्र लंबी उम्र और अमरता का वरदान देता है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हॉस्पिटल पहुंचकर पूर्व राष्ट्रपति के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी। राजनाथ सिंह करीब 20 मिनट तक हॉस्पिटल में थे। वहीं, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने भी मुखर्जी के जल्द ठीक होने की कामना की थी। कांग्रेस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया कि हम पूर्व राष्ट्रपति की जल्दी ही कोरोना से ठीक होने की कामना करते हैं।