नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत को दुनिया को अमीर का नंबर 1 देश देखने का उनकी सपना है. उन्होंने कहा कि भारत को सबसे अमीर देश बनाने के लिए हर गरीब को अमीर बनाना होगा. केजरीवाल ने इसके लिए एक फॉर्मूला भी बताते हुए केंद्र को अपनी सेवा देने का ऑफर भी दिया.
अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मेरी ज़िंदगी का एक सपना है. जीते जी भारत को दुनिया का नंबर 1 देश देखना चाहता हूं. मैं चाहता हूं भारत एक अमीर देश बने. जब हर एक भारतवासी अमीर बनेगा तब भारत अमीर बनेगा. भारत को अमीर बनने के लिए हर भारतवासी को अमीर बनाना होगा. हर गरीब को अमीर बनाना होगा.’
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने इसका साथ ही कहा, ‘आप सोचिए एक गरीब किसान है, मजदूर है. वह अपने बच्चे को सरकारी स्कूल में भेजता है, लेकिन सरकारी स्कूलों की हालत बहुत खराब है. वह बच्चा नहीं पढ़ेगा तो वह भी बड़ा होकर छोटा-मोटा काम ही करेगा, गरीब ही रह जाएगा.’
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘मान लीजिए हम स्कूल बहुत अच्छे कर देते हैं तो एक गरीब का बच्चा अच्छी पढ़ाई करता है, डॉक्टर, इंजीनियर बनता है तो वह अपने परिवार की गरीबी दूर करेगा. उसका परिवार भी अमीर बन जाएगा.’
केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार से निशुल्क शिक्षा तथा स्वास्थ्य सेवाओं को ‘मुफ्त की रेवड़ी’ ना कहने का भी आग्रह किया. आप के संयोजक ने कहा कि बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए बड़ी संख्या में सरकारी स्कूल खोलने, उनमें सुधार करने, अतिथि शिक्षकों को नियमित करने, शिक्षकों को प्रशिक्षित करने की जरूरत है. तब ही भारत एक ‘सम्पन्न देश’ बन सकता है.
अरविंद केजरीवाल ने सरकार के पास पैसे की कमी नहीं है. दिल्ली में हो सकता है तो देश में भी हो सकता है. 5 साल में सब हो सकता है. हमने यह करके दिखाया है. मैं केंद्र से आग्रह करता हूं कि सरकारी स्कूलों और स्वास्थ्य केंद्रों को बेहतर बनाने के लिए हमारी विशेषज्ञता का इस्तेमाल करें. सभी राज्य की सरकारें मिलकर काम कर सकती हैं.’