नई दिल्ली. बीते वित्तवर्ष (2021-22) का आयकर रिटर्न भरने की अंतिम तिथि नजदीक आ रही है और अभी तक 10 फीसदी करदाताओं ने ही अपना रिटर्न फाइल किया है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि इनकम टैक्स विभाग आईटीआर फाइल करने की अंतिम तिथि बढ़ा सकता है.
लाइवमिंट के मुताबिक, कोविड-19 महामारी की वजह से आयकर विभाग ने पिछले दो साल रिटर्न भरने की अंतिम तिथि को बढ़ाया था. ऐसे में कई एक्सपर्ट और करदाता फिर इस बात का अनुमान लगा रहे हैं कि इस साल भी रिटर्न भरने की डेडलाइन को बढ़ाया जाएगा. फिलहाल आयकर विभाग ने इस साल रिटर्न भरने की अंतिम तिथि 31 जुलाई, 2022 निधारित की है. पिछले दो साल महामारी के अलावा पोर्टल पर आ रही तकनीकी खामियों की वजह से भी रिटर्न की डेडलाइन बढ़ाई गई थी.
आयकर विभाग ने क्या कहा
इनकम टैक्स विभाग ने 2 जुलाई को एक ट्वीट में कहा था कि इंफोसिस की ओर से तैयार किए गए नए सॉफ्टवेयर अब भी करदाता लगातार रिटर्न नहीं भर पा रहे हैं और कंपनी पोर्टल पर आ रही इन दिक्कतों से निपटने का सक्रिय उपाय कर रही है. विभाग ने आगे लिखा, यह देखा गया है कि कुछ करदाताओं को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के ई-फाइलिंग पोर्टल पर पहुंचने में समस्या आ रही है. जैसा कि इंफोसिस ने बताया है कि वे पोर्टल पर अनियतिम ट्रैफिक से जुड़ी समस्याओं का समाधान कर रहे हैं. ऐसे में कुछ यूजर्स को समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जिसके लिए हमें खेद है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
आयकर विशेषज्ञों का कहना है कि विभाग ने अपने हालिया ट्वीट में पोर्टल पर आ रही दिक्कतों को लेकर चिंता जताई है. साथ ही वेबसाइट के धीमे चलने की बात भी कही है. ऐसे में कयास लगाए जा सकते हैं कि विभाग शायद रिटर्न की डेडलाइन बढ़ाने की तैयारी कर रहा हो. यह दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि नया आयकर पोर्टल लांच हुए करीब एक साल बीत गया है और अभी तक यह पूरी तरह ट्रैफिक को कंटोल करने लायक नहीं है. इसका एक कारण ये भी हो सकता है कि ज्यादातर करदाता जल्द से जल्द अपना रिटर्न भर देना चाहते हैं.
लक्ष्य से अभी काफी पीछे है आईटीआर
विभाग ने जुलाई के पहले सप्ताह के आंकड़े जारी कर बताया था कि अभी रिटर्न भरने वालों की संख्या काफी कम है. पहले सप्ताह तक महज 99.20 लाख लोगों ने रिटर्न भरा था, जो 31 जुलाई तक भरे जाने वाले कुल रिटर्न की अनुमानित संख्या 7.5 करोड़ से काफी पीछे है. एक्सपर्ट का कहना है कि पोर्टल पर तकनीकी खामियों के साथ यह काफी मुश्किल लग रहा है कि शेष बचे 21 बचे दिनों में करीब 6.5 करोड़ करदाता अपना रिटर्न दाखिल कर सकेंगे.
दरअसल, पिछले आकलन वर्ष का रिटर्न भरने की अंतिम तिथि विभाग ने बढ़ाकर 15 मार्च कर दी थी, जो काफी ज्यादा है. ऐसे में इस बात की बड़ी संभावना है कि विभाग इस बार की डेडलाइन को कम से कम 1 महीने के लिए बढ़ा दे. विभाग ने इस बात को भी स्वीकार किया है कि पोर्टल पर लगातार तकनीकी खामियां बनी हुई हैं. इसकी संभावना इसलिए भी बढ़ जाती है, क्योंकि विभाग ने पिछले 11 में से 8 बार डेडलाइन को बढ़ाया है, जिसमें कोरोनाकाल में हुई बढ़ोतरी भी शामिल है.