बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार के उदघाटन के बाद राजगीर जू-सफारी आम लोगो के लिए खोल दिया गया और उसका टिकट ऑनलाइन मिलना शुरू हो गया पर सबसे बड़ा ग्रहण लगा तब जब ये पता चला की ऑनलाइन टिकट खरीदते ही अकाउंट खाली हो जाता है ,राजगीर जू सफारी को साइबर अपराधियों की नजर लग गई है. साइबर अपराधियों ने पैसा उगाही का एक नया तरीका ढूंढा है और मोहरा बनाया है राजगीर जू सफारी को. राजगीर जू सफारी इन दिनों पर्यटकों के लिए सबसे पसंदीदा जगह बना हुआ है. हर कोई राजगीर सफारी जाकर खुले जंगल में बाघ शेर और अन्य जानवरों का देखकर रोमांच उठाना चाहता है. वहां भीड़ भी काफी हो रही है इसलिए लोग ऑनलाइन टिकट का ऑप्शन ढूंढ रहे हैं, ऐसे में वो अब आसानी से साइबर अपराधियो के चंगुल में फंस रहे हैं.
जू सफारी के नाम पर कैसे किया जा रहा फर्जीवाड़ा
अगर आप घूमने से पहले अपनी आसानी के लिए गूगल पर ऑनलाइन टिकट करवाते हैं खरीद करते हैं तो आपका अकाउंट खाली हो सकता है. राजगीर जू सफारी घूमने के लिए अगर आपने ऑनलाइन टिकट का ऑप्शन ढूंढा तो टिकट लेते ही अकाउंट खाली हो सकता है. साइबर अपराधियो ने http://rajgirzoosafari.com के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाया है, जो देखने मे बिल्कुल बिहार पर्यटन विभाग का ऑफिशियल लगता है लेकिन पूरी तरह फर्जी है. वेबसाइट पर बिहार टूरिज्म का लोगो भी दिखाई पड़ेगा. इसमे घूमने के लिए अलग अलग रेट चार्ट बनाया गया है. वयस्कों के लिए अलग और बच्चों के लिए अलग रेट चार्ट है।ऑप्शन सेलेक्ट करने के बाद पेमेंट का ऑप्शन है।पेमेंट तो हो जाएगा पर कही कोई टिकट नही मिलेगा।साइबर अपराधियो के इस फर्जीवाड़े में कई लोगो को चुना लग चुका है.
पर्यटन विभाग ने अब तक नहीं शुरू की है टिकट की ऑनलाइन बिक्री
राजगीर जू सफारी के नाम पर ऑनलाइन टिकट की खरीदारी कर फर्जीवाड़े का शिकार होने के बाद साइबर सेल में कई अपराधियों ने मामला दर्ज कराया है. इस बात की जानकारी लेने पर बिहार पर्यटन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अब तक विभाग में राजगीर जू सफारी के लिए ऑनलाइन टिकट की बिक्री शुरू भी नहीं की गई है. राजगीर जू सफारी का अपना वेबसाइट बनाया जा रहा है जो कुछ दिनों में जारी होगा पर अभी जो ऑनलाइन टिकट काटने की बात कह रहा है वो पूरी तरह फर्जी है और इसे तत्काल बंद कराया जाएगा.