रायपुर। छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की प्रक्रिया पूरी हो गई है। अब कस्टम मिलिंग और केंद्रीय पूल में चावल जमा करने की प्रक्रिया की रफ्तार बढ़ाई जा रही है। निर्धारित समय सीमा में करीब 98 लाख टन धान की खरीदी हुई है। इसमें से करीब 68 लाख टन धान का उठाव हो चुका है। खरीदी केंद्रों में अब केवल 30 लाख टन बचा है। मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने बाकी बचे धान का उठाव 15 मार्च तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्य सचिव ने राज्य के सभी संभागायुक्त और कलेक्टरों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा की। उन्होंने बताया कि आज की स्थिति में 30 लाख टन धान समितियों में उपलब्ध है। मिलिंग के लिए मिलरों द्वारा सीधे समितियों से धान का उठाव किया जाएगा। शेष बचे धान को संग्रहण केंद्रों में सुरक्षित रखा जाएगा।
जैन ने इस दौरान समितियों में खरीदे गए धान, मिलिंग के लिए उठाए गए धान और शेष बचे धान का भौतिक सत्यापन प्रति सप्ताह करने के निर्देश दिए हैं। भौतिक सत्यापन की यह प्रक्रिया धान के उठाव की समाप्ति तक निरंतर चालू रहेगी। इस दौरान आकस्मिक बरसात, चूहे और अन्य प्रकार की दुर्घटना से बचाव के लिए सुरक्षा के व्यापक प्रबंध करने के निर्देश दिए गए है। मिलिंग के बाद खाद्य नागरिक आपूर्ति निगम में प्रतिदिन 30 हजार टन चावल जमा करने के लक्ष्य को आगे भी जारी रखने को कहा गया है
सात दिन बढ़ाई गई थी खरीदी
सरकार ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की अंतिम तिथि पहले 31 जनवरी निर्धारित की थी। बारिश और छुट्टियों के कारण कई किसान अपना धान सोसायटियों में नहीं बेंच सके थे। इसको देखते हुए राज्य में सात फरवरी तक धान की खरीदी की गई।