पंजाब के अमृतसर में बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया गया. उसे तोड़ने की कोशिश की गई. इसे लेकर 500 किलोमीटर दूर दिल्ली का चुनावी पारा गर्म हो गया. बीजेपी कार्यकर्ता सड़कों पर आ गए. केजरीवाल के घर के सामने प्रदर्शन किया. उनसे दलित समुदाय से माफी की मांग करने लगे. अब इस मैसेज को घर-घर पहुंचाया जा रहा है कि किस तरह पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बाबा साहेब आंबेडकर की प्रतिमा को नहीं बचा सकी. लेकिन बीजेपी के इस खेल के पीछे ऐसा चक्रव्यूह है, जो सीधे-सीधे दिल्ली में 33 सीटों पर केजरीवाल का खेल बिगाड़ सकता है.
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, जो आज अमृतसर में हुआ है, वह बिना केजरीवाल की मर्जी के नहीं हो सकता था. बाबा साहब के साथ बेअदबी हुई है. इसलिए, केजरीवाल को तुरंत पंजाब जाकर षाष्टांग माफी मांगनी चाहिए और तुरंत पद से इस्तीफा देना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि यह पहली बार नहीं है जब केजरीवाल ने आंबेडकर और दलितों का ‘अपमान’ किया है. उन्होंने पंजाब में एक दलित को उपमुख्यमंत्री बनाने का वादा किया था, लेकिन ऐसा करने में वह विफल रहे। संविधान के पोस्टर में उन्होंने आंबेडकर की जगह अपनी तस्वीर लगा दी. कैसे एक व्यक्ति थाने के सामने लगी प्रतिमा पर चढ़ जाता है और हथौड़े से उसे क्षतिग्रस्त कर देता है.
बीजेपी हमलावर
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, पार्टी सांसद योगेंद्र चंदोलिया और राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम के नेतृत्व में दिल्ली भाजपा ने अरविंद केजरीवाल और पंजाब सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, पंजाब में जो हरकत हुई है वो सरकार की सहमति के बिना, अरविंद केजरीवाल की सहमति के बिना, ऐसा जघन्य कृत्य नहीं हो सकता. भगवंत मान को इस्तीफा देना चाहिए और उन सभी को तुरंत माफी मांगनी चाहिए. भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, AAP इस हद तक जा चुकी है कि इनकी सरकार में बाबा साहेब अंबेडकर जी की मूर्तियां तोड़ी जा रही हैं. चंदोलिया ने आरोप लगाया कि पंजाब में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। उन्होंने मांग की कि केजरीवाल लोगों से माफी मांगें और मान को पंजाब के मुख्यमंत्री पद से हटा दें.