नई दिल्ली, कथित शराब घोटाले में फंसे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए सोमवार का दिन काफी अहम है. दिल्ली हाईकोर्ट में उनकी एक याचिका पर सुनवाई होनी है. मुख्यमंत्री अरविंंद केजरीवाल चाहते हैं कि उन्हें उनके वकीलों से मिलने के लिए ज्यादा समय दिया जाए. ज्यादा मौके दिए जाएं, ताकि वे अपने मुकदमे के बारे में विस्तार से बात कर सकें. इसीलिए उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट में अर्जी लगाई है, जिस पर सोमवार को सुनवाई की तारीख तय की गई है.
न्यायमूर्ति नीना बंसल कृष्णा के सामने यह अर्जी लिस्टेड है. आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अपनी अर्जी में निचली अदालत के 01 जुलाई के आदेश को चुनौती दी है. वहां भी केजरीवाल ने हफ्ते में दो अतिरिक्त मुलाकात की अनुमति देने की मांग की थी. लेकिन ट्रायल कोर्ट ने उसे खारिज कर दिया था. और जेल अधिकारियों को कई तरह के निर्देश दिए थे. अभी केजरीवाल हफ्ते में सिर्फ 2 बार ही अपने वकीलों से मुलाकात कर सकते हैं. निचली अदालत ने सिर्फ इसकी अनुमति दी है.
लगभग 30 मुकदमे चल रहे
याचिका में दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह देश भर में उन पर लगभग 30 मुकदमे चल रहे हैं. मामले की निष्पक्ष सुनवाई के लिए यह उनका अधिकार है कि उन्हें इन मुकदमों पर चर्चा करने के लिए अपने वकीलों के साथ ज्यादा मुलाकात की अनुमति दी जाए. भले ही वह वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये ही क्यों न हो. निचली अदालत ने उनकी अर्जी खारिज करते हुए कहा था कि याचिकाकर्ता के वकील यह बताने में विफल रहे हैं कि वह उन्हीं आधार पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दो अतिरिक्त मुलाकात का हकदार कैसे हैं, जिन पर पहले के आदेश में चर्चा की गई थी और निपटारा कर दिया गया था
केजरीवाल ने अलग-अलग याचिकाएं दायर की हैं. इनमें सीबीआई द्वारा दर्ज भ्रष्टाचार मामले में अपनी गिरफ्तारी को चुनौती दी गई है. साथ ही, जमानत का अनुरोध भी किया गया है. दोनों याचिका दिल्ली हाईकोर्ट में लंबित हैं और उन पर सुनवाई होनी है. दिल्ली के मुख्यमंत्री को सीबीआई ने 26 जून को तिहाड़ जेल से गिरफ्तार किया था. फिलहाल कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है