पटना. बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई वाली एनडीए सरकार का विस्तार होने जा रहा है. डेढ महीने यानी 45 दिन बाद सीएम नीतीश कुमार अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर रहे हैं जिसे लेकर पिछले कई दिनों से चर्चा का बाज़ार गर्म था. मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर जो ताजा जानकारी आई है उसके मुताबिक़ जदयू कोटा से उन तमाम मंत्रियों को फिर से जगह मिल रही है जो महागठबंधन की सरकार में भी मंत्री थे.
नए मंत्री के तौर पर बिहार विधानसभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी मंत्रिमंडल में शामिल हो रहे हैं. नीतीश मंत्रिमंडल में पहले से जदयू कोटा से श्रवण कुमार, विजय चौधरी और विजेंद्र यादव मौजूद थे. इस बार जिन्हें मंत्री बनाया जा रहा है उनमें अशोक चौधरी, महेश्वर हजारी, सुनील कुमार, मदन सहनी, शीला मंडल, रत्नेश सदा, लेसी सिंह, जयंत राज और जमा खान हैं.
सूत्र ये भी बताते हैं कि नीतीश कुमार ने इस बार मंत्रिमंडल विस्तार में नए विधायकों को जगह नहीं दी क्योंकि जदयू को इस बात की आशंका थी कि कुछ विधायकों को जगह देने से और नए विधायक नाराज नहीं हो जाएंनीतीश कैबिनेट से पुराने मंत्रियों में से किसी का पत्ता कटता तो उनकी नाराजगी भी जदयू को लोकसभा चुनाव में झटका दे सकती थी. इस आशंका के पीछे कुछ दिन पहले ही विश्वास मत के पहले जदयू के कुछ विधायकों की नाराजगी भी वजह बताई जा रही है.
जब जदयू के कुछ विधायक आरजेडी के संपर्क में बताए गए थे, जिन्हें कड़ी मशक़्क़त के बाद वापस जदयू की तरफ लाया गया था. बिहार में नए मंत्रियों को गुरुवार की शाम शपथ लेना है लेकिन बीजेपी की लिस्ट अभी सामने नहीं आई है. खबर है कि बीजेपी पिछली बार की जगह कई नए चेहरों को जगह दे सकती है. बीजेपी की कोशिश रहेगी कि जातीय समीकरण के साथ साथ क्षेत्रीय समीकरण का भी पूरा ख्याल रखा जाए और इसी आधार पर मंत्रिमंडल का विस्तारो हो.