शिमला. हिमाचल प्रदेश की सियासत में एक बार फिर हलचल बढ़ गई है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू डैमेज कंट्रोल में जुटे हुए हैं. शुक्रवार शाम अचानक कैबिनेट मीटिंग रद्द कर दी गई. सीएम ने सभी मंत्रियों को विधानसभा में बुलाया है. अब शनिवार सुबह 11 बजे बैठक होगी. इसी बीच, विक्रमादित्य सिंह के करीबियों को मनाने की कोशिश जारी है. रामपुर से विधायक नंद लाल को राज्य वित्त आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है और कैबिनेट रैंक दिया गया है. नंद लाल हॉली लॉज के करीबी हैं
इतना ही नहीं, सूत्रों के मुताबिक, सुक्खू सरकार, सीपीएस मोहन लाल ब्राक्टा को बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है. सीएम सुक्खू मोहन लाल ब्राक्टा को अपनी गाड़ी में बैठाकर ले गए. पहले कोई मंत्री सीएम की सीट पर बैठा था. ब्राक्टा के लिए सीट छोड़ी गई. ब्राक्टा विक्रमादित्य सिंह के सबसे करीबियों में से हैं.
इधर, विक्रमादित्य सिंह ने दिल्ली रवाना हो गए हैं. दिल्ली जाने से पहले अयोग्य घोषित किए गए कांग्रेस के छह विधायकों से हरियाणा के पंचकूला में मुलाकात की. दिल्ली में उनका पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मिलने का कार्यक्रम है
इस बीच, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मीडियाकर्मियों से कहा कि विक्रमादित्य सिंह ने गुरुवार को उन्हें सूचित किया कि कांग्रेस के कुछ बागियों ने उनसे संपर्क किया है और वे वापस आना चाहते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैंने विक्रमादित्य सिंह से इन बागी विधायकों और कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व से बात करने को कहा.’ उन्होंने कहा कि इन बागी विधायकों के परिवार के सदस्य उनसे बात कर रहे हैं और वे कांग्रेस में रहना चाहते हैं
सुक्खू ने कहा, ‘विक्रमादित्य सिंह आज नयी दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मिलेंगे और हम देखेंगे कि क्या होता है लेकिन सरकार को कोई खतरा नहीं है.’
इससे पहले, सोलन के धर्मपुर में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कांग्रेस के बागियों को आस्तीन के सांप की उपमा दी थी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी से गद्दारी करने वाले विधायक मुंह छुपाते हुए होटलों में कैदियों की तरह रहने को मजबूर हो चुके हैं. अगर वह बड़े कद्दावर नेता थे, तो पार्टी को छोड़ आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में उतरते